पुलिसवाला बनकर ऎंठ रहा था छात्रों से रूपए
ग्वालियर। झांसी रोड इलाके में हरिजन छात्रावास के छात्रों को पुलिस में भर्ती कराने के नाम पर पैसे वसूलने पहुंचा फर्जी पुलिसवाला पकड़ा गया। खुद को सिपाही बता रहे युवक के हुलिए को देखकर छात्रों को शक हुआ तो वे उसे लेकर थाने पहुंचे, यहां पूछताछ हुई तो उसके फर्जी होने का राजफाश हो गया। तलाशी में उसके पास फर्जी परिचय पत्र भी निकला।
5 लाख में नौकरी लगवा देगा
पुलिस के मुताबिक रिंकू शर्मा (22) पुत्र रामबाबू निवासी बस्तरी बिलौआ शुक्रवार शाम को श्रीराम कॉलोनी स्थित पीएमएस छात्रावास में पहुंचा था। उसने छात्रों से कहा उसकी पुलिस में अच्छी पहचान है। वह चाहे तो उनकी नौकरी लगवा देगा। इसके एवज में एक छात्र से 5 लाख रूपए लगेंगे। फिलहाल फार्म भरने के लिए उसे 350 रूपए दो। छात्रों ने उसे पैसे तो नहीं दिए किंतु किसी बहाने से झांसी रोड थाने लेकर पहुंच गए। शुरूआत मेें तो वह पुलिस को भी घुमाता रहा। लेकिन जब पुलिस ने थोड़ी कड़ाई से पूछताछ की तो सब कुछ सच-सच उगल दिया। पुलिस ने रिंकू के खिलाफ धारा 420, 171, 471 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
जुलाई में बना था सिपाही
रिंकू के पास से जो परिचय पत्र मिला है, उसमें सिपाही की वर्दी पहने हुए फोटो लगा है। परिचय पत्र के मुताबिक उसकी नियुक्ति तिथि 8 जुलाई 2014 है। परिचय पत्र में उसकी जन्मतिथि 22 जुलाई 1989 लिखी है।
जूते और बैल्ट से पकड़ा रिंकू
रिंकू खुद को सिपाही बता रहा था, लेकिन वह लाल जूते और लाल बैल्ट लगाए था। जो एएसआई रैंक से शुरू होते हैं। छात्रों को शक हो गया और उसे थाने पहुंचा दिया। उसकी इस गलती ने उसे हवालात में पहुंचा दिया।
बस की पहचान से छात्रावास तक पहुंचा
छात्रावास में रहने वाला रामलखन जाटव को रिंकू बस में मिला था। बातचीत के दौरान उसने रामलखन से पुलिस में नौकरी लगाने की बात कही। रामलखन ने उससे छात्रावास आकर कागजात लेकर जाने को कहा। 15 अगस्त को रिंकू छात्रावास पहुंच गया।
कितनों को ठगा पता चलेगा
रिंकू ने पुलिस का परिचय पत्र कहां बनवाया और अभी तक कितने लोगों के साथ ठगी कर चुका है। इस बारे में जानकारी कर रहे हैं। फिलहाल रिंकू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
एचएल प्रजापति, टीआई झांसी रोड थाना