अगले 24 घंटों में प्रदेश के इन 10 जिलों में आंधी के साथ होगी भारी बारिश, पड़ेगी कड़ाके की ठंड, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

MP Weather Update Today : काफी दिनों से प्रदेश के मौसम में सर्दी और बारिश के आंख मिचौली देखने को मिल रही हैं। जहां आने वाले पांच दिनों पश्चात MP के कई भागों में मावठ गिरने का अंदेशा भी जताया गया है। मौसम कार्यालय के मुताबिक उत्तर भारत से सक्रिय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ का भयंकर प्रभाव मध्य प्रदेश में होगा, जिसके परिणामस्वरूप 26 से 28 नवंबर के मध्य इंदौर (Indore),भोपाल (Bhopal) और उज्जैन (Ujjain) संभाग के छिटपुट इलाकों में मामूली वर्षा हो सकती है। जहां पर मौसम कार्यालय (India Meteorological Department) का अंदेशा है कि दिसंबर के फर्स्ट वीक से प्रदेश में प्रचंड ठंड का आरंभ हो जाएगा। मौसम कार्यालय के स्पेशलिस्ट के मुताबिक 25 नवंबर को उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ गुजर रहा है।

यहां प्रदेश के वातावरण में कई सारे बदले हुए रुख देखने को मिल रहे हैं। जहां निरंतर टेंपरेचर में उलटफेर का क्रम बरकरार देखा जा रहा है। इस दौरान सर्दी का प्रवेश भी अब MP में अपने पैर पसार चुका हैं। प्रदेश के कई शहरों में रात्रि के टेंपरेचर में कमी रिकॉर्ड की गई है। जिसके बाद अब दिन और रात को काफी ज्यादा सर्दी का अनुभव होने लगा है। आज यानी बृहस्पतिवार की सुबह कम से कम टेंपरेचर में एक बार फिर भारी बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई हैं।

 

यहां मौसम कार्यालय ने नेक्स्ट दो दिनों में प्रदेश के दक्षिणी-पश्चिमी इलाकों के अधिकांश शहरों में वर्षा की आशंका जताई है, जिसके दौरान MP की हवाओं में भारी दवाब आने की आशंका जताई गई है। मौसम कार्यालय के दौरान इस माह के आखिरी तक और तीव्र सर्दी पड़ेगी। फिलहाल ग्वालियर,पचमढ़ी,नौगांव और मलाजखंड में सर्वाधिक कम पारा नोट किया गया है।

प्रदेश में है वर्षा के प्रबल आसार

यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि छिटपुट स्थलों पर भारी मात्रा में वर्षा रिकॉर्ड की जा सकती है। इसी के साथ प्रदेश के भिन्न भिन्न भागों में मावठा भी पड़ सकता है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक 25 नवंबर के बाद उत्तर भारत में एक्टिव होने वाले वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के प्रभाव के चलते मध्य प्रदेश के मध्य स्थानों में कुछ एक जगहों में बेहद सामान्य वर्षा देखी जा सकती है। इसके बाद प्रदेश में ठंड अपना भयंकर प्रकोप दिखाना प्रारंभ कर सकती है। मौसम सेंटर ने अभी एक-दो दिनों तक प्रदेश में पारे में किसी भी तरह की कोई बढ़ोतरी होने के कोई विकल्प नजर नहीं आ रहे हैं।