अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पर उठ रहे सवाल, डीएड बीएड आवेदकों को किया दरकिनार

स्वतंत्र समय, टीकमगढ़

अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में प्रधानाध्यापकों द्वारा की गई मनमानी पर सवाल उठने लगे हैं। राजनैतिक रसूखदारी एवं लेनदेन के अभाव में  डीएड-बीएड डिग्रीधारकों को दरकिनार करते हुए विकासखंड अंतर्गत आने वाले माध्यमिक विद्यालय एवं प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापकों ने अपने चाहतों की नियुक्तियां कर डाली है। इतना ही नहीं पात्र आवेदकों के द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर की गई शिकायतों को लेकर इस मामले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। नगर समेत ग्रामीण इलाकों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं संकुल प्राचार्य महेश रावत, पीएल अहिरवार का खुला संरक्षण प्राप्त है। बताया गया है कि लंबित शिकायतों का बिना निराकरण किए हुए संकुल प्राचार्य एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी के द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से अतिथि शिक्षकों को रखा गया है, और उनको भुगतान किया जा रहा हैं। इस संबंध में पूर्व में फूलपुर सरपंच व इमरान खान और संध्या चौरसिया के द्वारा अतिथि शिक्षक भर्ती के संबंध में सवाल उठाते हुए शिकायत भी की गई थी। लेकिन आज तक उनकी शिकायतों का बिना निराकरण के ही शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा भर्राशाही के मामलों पर पर्दा डाला जा रहा है। जानकार सूत्रों की माने तो वर्तमान में जिन संस्थान में बिना बीएड डीएड के अतिथि शिक्षक पदस्थ है वह इस प्रकार हैं। सचिन श्रीवास्तव ग्राम कछोरा, निकिता गुप्ता ग्राम पाली, बृजेंद्र कुमार तिवारी ग्राम कछोरा, रामप्रताप यादव ग्राम पुरैनियां, रामदीन पटेल विजयपुर, जुगल किशोर दीक्षित ढीमरपुरा, राजकुमारी राजपूत मगरई, नीलम देवी अहिरवार ईटायली, अजय सिंह यादव रजपुरा, साक्षी रिछाइयां घूरा, शुभम तिवारी परवारी खिरक, देवेंद्र विश्वकर्मा घूरा, बताया गया है कि इसके अलावा ऐसे कई अतिथि शिक्षक है जो हायर सेकेंडरी हाई स्कूल प्राथमिक व माध्यमिक शालाओं में बिना बीएड डीएड के पदस्थ हैं। इन विद्यालयों में शिकायतों के बावजूद भी अभी तक नहीं कोई कार्रवाई नही की गई है।