अपनी नाकामियां छुपाने धर्म का सहारा लेती है भाजपा सरकार

स्वतंत्र समय, भोपाल

कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ रागिनी नायक ने मप्र की भाजपा सरकार पर धर्म के नाम पर  राजनीति करने और अपनी नाकामियां छुपाने के लिए धर्म का सहारा लेने के आरोप लगाए हैं। नायक ने रविवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि इंसान से लेकर भगवान तक, आम आदमी से लेकर परमात्मा तक और जनता से लेकर जर्नादन तक सबको पाखंड और भ्रष्टाचार, ठगी और चोरी का निशाना बनाने में अगर कोई राज्य नंबर वन पर है तो वह मध्यप्रदेश है।

मप्र की शिवराज सरकार धर्म को, भगवान के नाम को अपनी असफलताओं और नाकामियों की ढाल बनाते हैं। भारत माता की रगों में बहते खून में हिंसा और नफरत का जहर घोलते रहते हैं। वोट बटोरने के लिए धर्म को, ईश्वर को राजनैतिक हथियार बनाते हैं। पर जब धर्म और आस्था की कसौटी पर परखा जाता है तो राम मन्दिर के नाम का चंदा तक खा जाते हैं। सर से पांव तक घोटालों और भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाते हैं, इसका प्रत्यक्ष प्रमाण मिलता है शिवराज सिंह सरकार में। उन्होंने कहा कि अभी महाकाल लोक में हुए महाघोटाले की टीस कम होना शुरू नहीं हो पायी, मात्र 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं ने शिवराज सिंह सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोली ही थी, कमल के फूल पर विराजमान सप्त ऋषियों की खंडित मूर्तियों की छवि से आहत देशवासियों की धार्मिक भावनाएं ठीक नहीं हो पायी, लेकिन घोटालों के सरताज बाज नहीं आए। सतना के वेंकटेश लोक की टाईल्स 8 करोड़ रुपए में लगाई गयीं। सतना की स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत इस मंदिर के जीर्णोद्वार और सौंदर्यीकरण का काम शुरू हुआ। हाल ही में 5 अक्टूबर को लोकार्पण हुआ और दो दिन में टाईल्स उखड़ गए।

कांग्रेस नेत्री ने गिनाए भाजपा के घोटाले

प्रियंका गांधी धार आयी थी, वे बता के गयी थीं 250 बड़े घोटालों के बारे में जो शिवराज सिंह की नाक के नीचे हो रहे हैं। अभी कुछ समय पहले ही ओरछा के राम-राजा मन्दिर में धर्म की आड़ में किस प्रकार भ्रष्टाचार किया जा रहा है, किस प्रकार काली करतूतों में लिप्त है प्रदेश सरकार, इसका खुलासा करते हुए मन्दिर के पुजारी का वीडियो बहुत वायरल हुआ। करोड़ों के गुप्तदान की हेरा-फेरी का आरोप लगाया।

‘‘वर्तमान सरकार सिर्फ पैसे का खेल है। कोई गैरकानूनी काम ऐसा नहीं है जो यहां नहीं हो रहा है। पुलिस की भी संलिप्तता है।’’ ये सब ऑन रिकार्ड कहा है। एक लोकल आरटीआई कार्यकर्ता रामनरेश दास ने ये भांडाफोड़ किया 2017 में। एफआईआर की गई पर उस पर कार्यवाही नहीं हुई। नये एसपी के आने के बाद पुन: मामला चर्चा में आया है लेकिन मामले को रफा-दफा करने का दबाव लोकल विधायक अनिल जैन डाल रहे हैं। उनके पीछे कैलाश विजयवर्गीय का पूरा सहयोग और समर्थन है। एक तरफ तो घपले, गबन, भ्रष्टाचार का मामला है, तो दूसरी तरफ राम राजा सरकार से आयकर विभाग ने नोटिस भेजकर 1 करोड़ 22 लाख का हिसाब मांगा है, इस आय का रिर्टन भरने को कहा है। मुरैना में बजरंग बली के नाम पर नोटिस जारी किया जाता है कि रेलवे की जमीन पर हनुमान जी ने अतिक्रमण कर लिया है, ‘‘7 दिन में मन्दिर हटा लो वरना….’’ ये भाषा है। उन्होंने कहा – महावीर विक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी। शिवराज सरकार द्वारा भगवान के खिलाफ मोर्चा खोलने के उदाहरणों की कोई कमी नहीं है। छतरपुर के नरसिंह भगवान मंदिर को आरती करने के लिए नोटिस दे दिया कि बहुत शोर मच रहा है और ध्वनि प्रदूषण हो रहा है।