इंदौर में भाजपा के ‘घोषित’ V/s कांग्रेस के ‘अघोषित’: विधानसभा 3 और 5 पर निगाह, किसे मिलेगा टिकट

स्वतंत्र समय, इंदौर

इंदौर शहर में भी भाजपा के घोषित प्रत्याशियों के सामने कांग्रेस के अघोषित प्रत्याशी साफ है, जो कांग्रेस हाईकमान से हरी झंडी मिलने के बाद अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। भाजपा ने चौथी लिस्ट में तमाम विरोधों के बावजूद विधानसभा क्रमांक चार से उम्मीदवार नहीं बदला है तो विधानसभा दो में भी कोई नया प्रयोग नहीं किया है। अब सारी नजरें विधानसभा क्रमांक तीन और पांच पर गढ़ गई है, जहां पर नए प्रत्याशी आने की उम्मीद लगाई जा रही है।

भारतीय जनता पार्टी ने इस बार नया प्रयोग करते हुए चुनावों से डेढ़ महीने पहले ही हारी हुई सीटों पर अपने प्रत्याशी तय कर दिए थे। यह सारी सीटें वो भी जिन पर अभी कांग्रेसी विधायक काबिज है। इसमें इंदौर जिले की राऊ विधानसभा भी पहली लिस्ट में शामिल थी, जिससे पिछली बार हारे मधु वर्मा को टिकट दिया गया। इसके बाद तीसरी लिस्ट में चौंकाते हुए विधानसभा क्रमांक एक से वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय को टिकट दिया गया है। वहीं देपालपुर से पूर्व विधायक मनोज पटेल का टिकट घोषित किया गया है। विधानसभा एक में सबसे तगड़े दावेदार पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता थे। इसके साथ ही संघ कोटे से संजय गोयल का नाम तेजी से उभरा था। यहां तक कि उनका टिकट फाइनल बता दिया गया था। इसके साथ ही कई अन्य पार्षद और पूर्व पार्षद भी सुदर्शन गुप्ता के विरोध में अपना सुर मिला रहे थे। हाईकमान ने कैलाशजी को टिकट देकर सारे विरोध को एक साथ खत्म कर दिया। देपालपुर में मनोज पटेल के टिकट का विरोध अब तक जारी है। यहां पर जबरेश्वर सेना के राजेंद्र चौधरी को टिकट देने की मांग उठाई जा रही है।

भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी/दावेदार

क्षेत्र                                भाजपा                            कांग्रेस

इंदौर-1                     कैलाश विजयवर्गीय                 संजय शुक्ला

इंदौर-2                       रमेश मेंदोला                       चिंटू चौकसे

इंदौर-3             आकाश /मंदार महाजन /उषा ठाकुर   पिंटू जोशी/अरविंद बागड़ी

इंदौर-4                      मालिनी गौड़                    राजा मंधवानी/अक्षय कांति बम

इंदौर-5               महेन्द्र हार्डिया/गौरव रणदिवे           सत्यनारायण पटेल/स्वप्निल कोठारी

राऊ                           मधु वर्मा                              जीतू पटवारी

महू                      उषा ठाकुर/कविता पाटीदार       अंतर सिंह दरबार/रामकिशोर शुक्ला

देपालपुर                     मनोज पटेल                           विशाल पटेल

सांवेर                    तुलसीराम सिलावट                       रीना बौरासी

वर्तमान विधायक पर ही भरोसा

इसके बाद अब चौथी लिस्ट में विधानसभा क्रमांक दो से रमेश मेंदोला को टिकट दिया गया। पहले उन्हें किसी अन्य विधानसभा से लड़वाने की चर्चा थी, लेकिन विधानसभा एक से कैलाश को टिकट देने के बाद यह चर्चा अपने आप खत्म हो गई। विधानसभा क्रमांक चार से विधायक मालिनी गौड़ को फिर से टिकट दिया गया है। यहां पर भी पिछले कई दिनों से विरोध के स्वर बुलंद किए जा रहे थे, लेकिन हाईकमान ने इन्हें दरकिनार करते हुए एक बार फिर मालिनी गौड़ पर ही भरोसा जताया है। यहां से सांसद शंकर लालवानी को टिकट देने की चर्चा थी तो महापौर पुष्यमित्र भार्गव के भी टिकट की लाइन में लगे होने की बात सामने आ रही थी। इसके साथ कई भाजपा पदाधिकारियों ने भी उनका विरोध किया था, लेकिन ये बातें अब केवल कोरी बातें ही रह गई है।

कांग्रेस की ओर से हरी झंडी

उधर कांग्रेस ने भले ही प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की हो लेकिन उसके उम्मीदवार अघोषित रूप से अपनी तैयारी में जुटे हुए हैं। जिले के तीनों विधायकों को टिकट मिलना तय है। इनमें विधानसभा क्रमांक एक से संजय शुक्ला, राऊ से जीतू पटवारी और देपालपुर से विशाल पटेल का नाम तय है। इसके अलावा विधानसभा क्रमांक दो से काफी समय से चिंटू चौकसे की दावेदारी को हरी झंडी दिखाई जा चुकी है। वहीं सांवेर से तुलसीराम सिलावट के सामने रीना बौरासी का नाम भी तय बताया जा रहा है। अब बची हुई विधानसभा तीन की सीट पर अंतिम रूप से दो नाम पिंटू जोशी और अरविंद बागड़ी के है तो विधानसभा क्रमांक चार में राजा मंघवानी और अक्षय कांति बम में से किसी एक का टिकट होगा। वहीं विधानसभा क्रमांक पांच में भी सत्यनारायण पटेल और स्वप्निल कोठारी के बीच अंतिम मुकाबला है। इस प्रकार कांग्रेस ने टिकट नहीं घोषित करने पर भी अपने प्रत्याशी लगभग तय कर रखे है। महू से भी पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार और हाल में भी वापस कांग्रेसी बने रामकिशोर शुक्ला में से एक का टिकट फाइनल होगा। कांग्रेस ने अपने संभावित प्रत्याशियों की अधिकृत लिस्ट भले ही घोषित नहीं की हो लेकिन अपने प्रत्याशियों को तैयारी की हरी झंडी दिखा दी थी।

…तो क्या आ सकती है उषा ठाकुर?

सांवेर से तुलसीराम सिलावट का टिकट पहले दिन से ही फाइनल था। यहां पर उनका कोई विरोध नहीं था। इस सीट पर दावेदार रहे डॉ. राजेश सोनकर को सोनकच्छ से टिकट और सावन सोनकर को मंत्री पद दे दिया गया था। अब उनकी भी अधिकृत घोषणा हो गई है। इस प्रकार भाजपा ने प्रत्याशियों के नाम घोषित करने के मामले में कांग्रेस से बाजी मार ली है। अब भाजपा से टिकट के नाम पर विधानसभा क्रमांक तीन, पांच और महू की सीट ही बची है। इन तीनों ही स्थान पर टिकट के लिए मशक्कत जारी है। उषा ठाकुर का टिकट महू से अगर कटता है तो उन्हें विधानसभा क्रमांक तीन से टिकट दिया जा सकता है। इस सीट पर वो पहले भी विधायक रह चुकी हैं। अगर वो महू से फिर से प्रत्याशी घोषित होती है तो विधानसभा क्रमांक तीन में अन्य दावेदार मिलिन्द महाजन, डॉ. निशांत खरे और भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे हैं। हालांकि यह सब तभी होगा जबकि वर्तमान विधायक आकाश विजयवर्गीय का टिकट काटा जाता है। पहले आकाश विजयवर्गीय का टिकट पक्का था लेकिन उनके पिता कैलाश जी को टिकट मिलने के बाद उनके टिकट पर असमंजस की स्थिति बन गई है।

अगर उषा ठाकुर को महू से हटाया जाता है तो कविता पाटीदार सहित कई दावेदार वहां पर पहले से ही तैयार हैं। ऐसी ही स्थिति विधानसभा पांच में है। यहां से अगर विधायक महेंद्र हार्डिया का टिकट जाता है तो यहां पर भी गौरव रणदिवे से लेकर कई अन्य दावेदार तैयार है।