एनआईए की धरपकड़ जारी; भोपाल, इंदौर, उज्जैन, रतलाम और नीमच में एक साथ कार्रवाई

स्वतंत्र समय, भोपाल

एनआईए की कार्रवाई में मप्र की एटीएस ने भी सहभागिता की। मध्यप्रदेश एटीएस ने नीमच से दीपक सिंघल नामक व्यापारी को हिरासत में लिया है तो वहीं भोपाल के दो व्यक्तियों को सात घंटे की पूछताछ के बाद छोड़ दिया है।

नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार तड़के भोपाल के खानू गांव इलाके में एक घर पर दबिश दी। यहां रहने वाले पिता-पुत्र को हिरासत में लिया। करीब 7 घंटे तक पूछताछ के बाद दोनों को छोड़ दिया गया। जांच एजेंसी को उनके पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) से संपर्क के इनपुट मिले हैं। एनआईए की रेड के दौरान स्थानीय पुलिस को इस कार्रवाई की भनक तक नहीं लगी। जांच एजेंसी को उनके पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) से संपर्क के इनपुट मिले हैं। एनआईए की टीम ने बुधवार को छह राज्यों मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में छापेमारी की। ये सर्च ऑपरेशन पीएफआई के 12 ठिकानों पर चल रहा है। पीएफआई को पिछले साल आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के चलते बैन कर दिया गया था।

हवाला कारोबार का खुलासा

सूत्रों के मुताबिक टेरर फंङ्क्षडग को लेकर नीमच के व्यापारी दीपक सिंघल ने करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन हवाला के जरिए किया है। इतना ही नहीं वह शेल कंपनियों के माध्यम से भी पैसों का हवाला कारोबार करता था। दीपक सिंघल के कनेक्शन चीन के साथ भी जुड़े बताए जा रहे हैं। बताया जाता है कि कई देशों में हवाला के माध्यम से करोड़ों रुपए इधर से उधर किए हैं। इतना ही नहीं, जीएसटी विभाग को भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों रुपए का चूना लगाया है। टेरर फंड को लेकर एटीएस दीपक सिंघल से पिछले 3 दिनों से पूछताछ कर रही है। एटीएस ने नेशनल एजेंसीज के इनपुट के आधार पर यह कार्रवाई की है।

सूफा संगठन की कमर तोड़ी

एनआईए की टीम ने मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में पहले भी रेड मारी थी। रतलाम जिले में सक्रिय सूफा संगठन के सदस्यों को पकडऩे के लिए एनआईए की टीम पहुंची थी और यहां इनकी प्रॉपर्टी की जांच भी कराई है। सूफा संगठन वही है, जो पूर्व में बम बनाने के आरोप में रडार पर था और फरवरी व मार्च माह में इसके 6 सदस्यों को चित्तौडग़ढ़ से पकड़ा गया था। सूफा संगठन भी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की तर्ज पर देश विरोधी काम करता था। इस संगठन का नेटवर्क मध्यप्रदेश और राजस्थान के बॉर्डर वाले जिलों में सबसे अधिक देखा गया है।

यह है टारगेट का तरीका

एनआईए ने पहले जिन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। वह सिस्टम से दुखी लोगों को टारगेट करते थे। यानी ऐसे लोग जो अपनी परेशानियों को लेकर सरकारी सिस्टम में जाते हैं और उन्हें राहत नहीं मिलती है। पीएफआई के सदस्यों में प्रोफेसर, डॉक्टर व एडवोकेट शमिल हैं। मध्यप्रदेश में इस छापेमारी में अब तक 22 सदस्य पकड़ेे जा चुके हैं, जो कोवर्ट-ओवर्ट पैटर्न पर काम कर रहे थे। 7 महीने पहले बॉर्डर वाले 7 जिलों में एटीएस ने पीएफआई के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। इनमें इंदौर, बुरहानुपर, शाजापुर, उज्जैन, खंडवा, खरगोन, धार जिले शामिल हैं। ये सात जिले प्रतिबंधित संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की गतिविधियों का केंद्र बनते जा रहे हैं। इस बात का खुलासा महाराष्ट्र और मप्र से पकड़ेे गए आरोपियों ने किया था।

उर्दू की तालीम देते हैं पिता-पुत्र

टीम ने पिता-पुत्र के दो मोबाइल जब्त किए हैं। घर में सर्चिंग करने पर एनआईए को संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं। मेहफूज फलाही पुत्र नौमान फलाही (55), इनका बेटा मुसब फलाही (24) दोनों ही वीआईपी रोड पर स्थित एलजीएस स्कूल में टीचर हैं। मेहफूज स्कूल के बच्चों को उर्दू की तालीम देता है। इसी के साथ आरीठे वाली मस्जिद के पास तलैया थाना इलाके में किराना दुकान संचालित करता है। मुसब एलजीएस स्कूल में ही इंग्लिश पढ़ाता है।

छत के रास्ते आई एनआईए की टीम

बुधवार तडक़े 3.30 बजे खानूगांव में मेहफूज के घर को चारों ओर से घेरने के बाद एनआईए की टीम ने गेट खटखटाया। कई बार नॉक करने के बाद भी जब गेट नहीं खुला तो छत के रास्ते घर में प्रवेश किया। इसके बाद सुबह 10.30 बजे तक पूछताछ चली, पिता-पुत्र से पूछताछ के बाद टीम रवाना हो गई।

पड़ोसियों ने कहा, हमसे नहीं है संपर्क

जिस घर में एनआईए ने कार्रवाई की। वहां मेहफूज और उसका बेटा वर्ष 2019 से रह रहे थे। दोनों पड़ोसियों से मेलजोल नहीं रखते थे। बुधवार सुबह पड़ोसियों ने जब पुलिस वाहन और लोगों को देखा तो उन्हें कार्रवाई की भनक लगी। पड़ोसियों ने बताया कि पिता-पुत्र किसी से बात नहीं करते थे।