स्वतंत्र समय, खंडवा
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग नगरी ओंकारेश्वर मं सीवेज का पानी मुख्य मार्गों पर बहने की समस्या अब स्थायी बन गई है। पवित्र नगरी घोषित होने के बावजूद इस गंदगी पर नगर परिषद और प्रशासन का ध्यान नहीं है। इन दिनों गुजरात से हजारों की संख्या में श्रद्धालु ज्योतिर्लिंग दर्शन करने आ रहे हैं। उन्हें गंदगी से होकर निकलना पड़ रहा है। प्रमुख तीर्थक्षेत्र होने से उनकी भावनाएं तो आहत हो ही रही है तीर्थनगरी की छवि भी धूमिल हो रही है। गुजरात के अहमदाबाद से आए संभाजी महाराज पटेल ने कहा हम बड़ी श्रद्धा के साथ ज्योतिर्लिंग भगवान ओंकारेश्वर व ममलेश्वर के दर्शन करने आए हैं। यहां पसरी गंदगी को देखकर मन व्यथित हो रहा है। इतने बड़े और आस्था के केंद्र पर जिम्मेदारों को ध्यान देना चाहिए। उधर जेपी चौक स्थित शौचालय से भी बड़ी मात्रा में गंदगी नर्मदा में मिल रही है। नगर के गोपाल खंडेलवाल व कुंवरसिंह ने कहा दंडी आश्रम तिराहा, ज्योतिर्लिंग तथा बांध मार्ग पर बड़ी मात्रा में गंदा पानी फैल रहा है लेकिन जिम्मेदार मौन साधे बैठे हैं। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लंबे समय से बंद तीर्थनगरी में गंदगी के लिए पूरी तरह स्थानीय प्रशासन जिम्मेदार है। सरकार की ओर से साफ-सफाई. और सीवरेज से निपटने के लिए ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है जो दो-ढाई साल से बंद पड़ा है। इसे चालू कराने में नगर परिषद, जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों ने रुचि नहीं ली। तीर्थनगरी को पवित्र रखने पर किसी का ध्यान नहीं है। कई बार शिकायतों के बावजूद ट्रीटमेंट प्लांट चालू नहीं कराया जा रहा है। एकात्म धाम के कारण बढ़ेगी भीड़ प्रदेश सरकार द्वारा ओंकारेश्वर के मांधाता पर्वत पर आदि कराई गई है। गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना यहां का निर्माण भी किया जा रहा है। निर्माण पूर्ण होने के बाद देशभर से यहां श्रद्धालुओं की संख्या बढऩा तय है। ऐसी स्थिति में तीर्थनगरी में फैली गंदगी, पार्किंग की अव्यवस्था, शुद्ध पेयजल आदि का अभाव तीर्थयात्रियों को खलेगा।
इस संबंध में नप ओंकारेश्वर सीएमओ शैलेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि तीर्थनगरी का पोस्टमार्टम गृह चारों ओर से गंदगी से घिरा है। गाजरघास व झाडिय़ों के बीच से लोगों को निकलना पड़ रहा है। इतना ही नहीं यहां आसपास के लोग शौच भी कर जाते हैं। क्षेत्र में होने वाली घटना-दुर्घटनाओं में मृत लोगों का पीएम आए दिन होता रहता है। ग्राम कोठी से अपने परिजन का पीएम कराने आए प्रभाकर ने कहा यहां इतनी गंदगी है कि खड़ा रहना मुश्किल हो रहा था। प्रशासन कोई ध्यान देने को तैयार नहीं है। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की मरम्मत के लिए एजेंसी को निर्देश दिए हैं। यह कब तक ठीक होगा कह नहीं सकता। जहां तक मुख्य मार्गों पर गंदा पानी बहने की बात है तो जल्द कार्रवाई कर सफाई कराएंगे।