कोचिंग संचालक निकला लुटेरा गिरोह का मास्टर माइंड, तीन माह में एक दर्जन वारदातों को दिया अंजाम

स्वतंत्र समय, ग्वालियर

ग्वालियर में गत रोज पुलिस ने एक नई बाइक सवार लुटरों कीा गैंग को पकडऩे में सफलता हासिल की। । इस गैंग से हाल ही के दिनों में लूट की 12 वारदातें का खुलासा हुआ। इस लुटेरे गिरोह के किसी भी सदस्य पर कोई अपराधिक मामला दर्ज नहीं है। रिकॉर्ड में पहली बार यह सामने आए हैं। यही कारण है कि पुलिस को इन तक पहुंचने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। खास बात यह है कि लुटेरा गैंग का मास्टर माइंड भिंड का संजीव शाक्य है। जो भिंड के डाक घर में कमीशन एजेंट के रुप में कर्मचारी है। एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने पत्रकारों के साथ बातचीत में इस गैंग के द्वारा की गयी लूट की ताबडतोड़ वारदातों का खुलासा करते हुए बताया कि सरकारी नौकरी होने के बाद भी जल्दी अमीर बनने की चाह में गिरोह के मास्टर माइंड संजीव शाक्य ने मुरार के बड़ागांव इलाके में कोचिंग सेंटर खोला था। यहां वह मैथ्स की क्लास लेता था, लेकिन उद्देश्य छात्रों को पढ़ाना नहीं बल्कि अपनी गैंग के लिए क्रिमिनल माइंड सदस्य तलाशने का था। कोचिंग के दो छात्रों को उसने कुछ वारदात में शामिल रखा। पुलिस यह पता लगा रही है कि क्या यह दो छात्र वारदात में शामिल रहे थे। पुलिस इन छात्रों की तलाश कर रही है।
लुटेरा गैंग का मास्टर माइंड सरकारी नौकरी कर रहा था। इसके बाद भी उसे जल्दी अमीर बनना था और उसने शॉर्ट कट चुना। खुद वह जीनियस है। 12वीं में मैथ्स विषय लिया था। 93 प्रतिशत अंक के साथ उसने इंटर पास की थी। उसके बाद पहला ही एग्जाम क्लियर कर डाक घर में नौकरी मिल गई थी। इसी शार्प माइंड होने का फायदा उठाकर उसने बिल्कुल नई और फ्रेश गैंग बनाई जिससे पुलिस का मुखबिर तंत्र भी उस तक नहीं पहुंच जाए। वारदात में चोरी की नहीं अपने स्टूडेंट की बाइक उपयोग करता था, लेकिन वारदात से पहले नंबर प्लेट निकाल देता था। जिससे पकड़े जाने की कोई संभावना ही न रहे।
लुटेरा गिरोह के मास्टर माइंड परिवार से भी संपन्न है। खुद की सरकारी नौकरी है। इसके बाद परिवार पर भी पैसे की कमी नहीं है। उसका बड़ा भाई भी शासकीय नौकरी में है और उससे अच्छी स्थिति में है। बड़े भाई से ज्यादा पैसा कमाने की होड़ में मास्टर माइंड संजीव ने यह रास्ता चुना। सबसे पहले अपने एक साथी सचिन जाट निवासी नदीपार टाल के साथ उसने मोबाइल लूटा था। पीडि़त ने थाने में सिर्फ आवेदन दिया। कोई मामला दर्ज नहीं हुआ तो इनका हौसला बढ़ गया और यह काम आसान लगा। इसके बाद मोबाइल खींचते-खीचतें यह मंगलसूत्र खींचने लगे और मुनाफा बढऩे पर यह तेजी से वारदात करने लगे।

लूट की इन वारदातों का हुआ खुलासा

  • थाना हजीरा क्षेत्रान्तर्गत सिद्धीविनायक मैरिज गार्डन के पास 22 नवम्बर 2023 को पैदल जा रही मुरैना पोरसा की पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा राठौर के गले में छपट्टा मारकर सोने का मंगलसूत्र लूटा था।
  • थाना महाराजपुरा क्षेत्र स्थित आदित्यपुरम के पास रोड पर मोबाइल चलाते हुए पैदल जा रही एक लडक़ी से रेडमी कंपनी का मोबाइल लूटा था
  • थाना थाटीपुर के दर्पण कालोनी क्षेत्र में अक्टूबर माह में एक लड़की से रियलमी कंपनी का मोबाइल लूटा था।
  • थाना थाटीपुर क्षेत्र के सरकारी अस्पताल विवेकानंद चौराहा के पास एक व्यक्ति से वीवो कंपनी का मोबाइल लूटा था।
  • थाना थाटीपुर के सुरेश नगर के पास एक महिला बैग लेकर जा रही थी, उसका बैग छीनकर भाग गये थे जिसमें वीवो कंपनी का मोबाइल था।
  • थाना थाटीपुर के ही गौतम नगर नदीपार टाल वाला रोड के पास 28 अक्टूवर को एक महिला से सोने का पेण्डल व मंगलसूत्र छीनकर ले गये थे।
  • थाना मुरार स्थित एसएलपी कॉलेज के सामने 08 नवम्बर को एक महिला से सोने का पेण्डल लूटा था।
  • गोला का मन्दिर के ब्रिगेडियर तिराहा के पास बिरला अस्पताल रोड के पास से अक्टूबर माह में एक लडके से मोबाइल लूटा था।
  • गोला का मन्दिर थाना क्षेत्र के मेला ग्राउण्ड एमआईटीएस कॉलेज राजबाग गार्डन के पास मोबाइल पर बात करते हएु पैदल जा रही एक लडक़ी से ओप्पो कंपनी का मोबाइल लूटा था।
  • थाना सिरोल क्षेत्र के हुरावली तिराहा के पास 19 नवम्बर को एक महिला से सोने का मंगलसूत्र छीनकर ले गये थे।
  • थाना मुरार 7 नम्बर चौराहा के पास से एक लडक़े से जिओ कंपनी का मोबाइल लूट लिया था।