ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से अंत्योदय के उत्थान के लिए समर्पित संविदाकर्मियों के नियमितीकरण की मांग कब होगी पूरी ?

स्वतंत्र समय, भोपाल

दीनदयाल अंत्योदय योजना को महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से स्वावलंबी बनाने के लिए  सतत प्रयासरत हजारों संविदा कर्मचारी अधिकारियों के अथक प्रयास के चलते ही लगभग 52 लाख  महिलाओं के समूह ने 2.5 करोड़ परिजनों को स्वावलंबी बनाने में जुटे संविदाकर्मियों के  नियमितीकरण की मांग को जायज  बताते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित अनेकों  सत्तापक्ष के विधायक, मंत्री एवम सांसदों के समर्थन के बाद भी प्रदेश की सरकार इस मामले में चुप्पी साधे हुए है । वहीं कांग्रेस आजीविका प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष आशीष शर्मा  संविदा कर्मियों के नियमतिकरण के समर्थन में कांग्रेस के  उच्च स्तरीय नेताओं से इस मामले में चर्चा कर कांग्रेस की सरकार आने पर हजारों संविदा कर्मियों के समर्थन में खड़े हैं । उल्लेखनीय है की प्रदेश में महिला स्व सहायता समूह के हित संरक्षण में दिन रात लगे इन कर्मचारियों की सुध लेने वाला कोई नहीं । इधर बड़े पैमाने  पर नियमित नही होने वाले संविदा कर्मचारी  कांग्रेस के सत्ता में आने की वाट जोह रहे हैं ताकि वो नियमित हो सके। 4 लाख से अधिक से सहायता समूह से सीधे जुड़े संविदाकर्मी इनकी अनदेखी  पड़ेगी भारी प्रदेश में मुख्यमंत्री से लेकर  प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में  दिखने वाली लाखों महिलाओं  को इन राजनेताओं के कार्यक्रम में पहुंचाने का असली जिम्मा आजीविका मिशन से जुड़े कर्मचारियों को है  जिनको अपने नियमितीकरण का इंतजार है जो जायज भी है । उल्लेखनीय है  की जिस तरह  जन अभियान परिषद के कर्मचारियों को नियमित किया है उसी तरह प्रदेश के 56 जिलों में पदस्थ हजारों संविदा कर्मी अब अपनी लड़ाई खुद लड़ रहे हैं और इसके लिए उन्होंने अपना खुद का संगठन खड़ा कर आरपार की लड़ाई के मूड में है लगातार सत्ता संगठन से अपनी नियमतिकरण की मांग करने वाले संविदाकर्मियों को कांग्रेस आजीविका मिशन संगठन  के अध्यक्ष आशीष शर्मा   का समर्थन मिल रहा है और वो  कांग्रेस  की सरकार बनने पर  उनके नियमतिकरण के पक्षधरहैं ।

उल्लेखनीय है की प्रदेश के  लगभग दो करोड़ मतदाता सीधे तौर पर इन संविदा कर्मियों से जुड़े हैं जबकि भाजपा के आठ सांसद 15 कैबिनेट मंत्री 65 विधायक भी इस मांग का समर्थन कर चुके हैं और वहीं कांग्रेस के 29 विधायक भी समर्थन में पत्र दे चुके हैं 12 जिला पंचायत अध्यक्ष भी अपने समर्थन में पत्र दे चुके हैं देखना यह है आगे भी समय में क्या होता है