टिकट न मिलने से नाराज मुकेश जैन ढाना ने दिया भाजपा से इस्तीफा

स्वतंत्र समय, सागर
भारतीय जनता पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों की घोषणा किये जाने के बाद से पार्टी में बगावत का दौर शुरू हो गया है। अब सागर में मुकेश जैन ढाना ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता इस्तीफा दे दिया है। मुकेश जैन ढाना विस चुनाव में सागर से टिकिट के लिए दावेदारी कर रहे थे। उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा कि नीति और सिद्धांत की बात करने वाली भाजपा में जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं का कोई सम्मान नहीं बचा है। लगातार उनकी उपेक्षा की जा रही है। धन बल के आधार पर पार्टी में शामिल हुए लोग अपना वर्चस्व स्थापित कर रहे हैं और संगठन के जिम्मेदार लोग उन्हें संरक्षण प्रदान कर रहे हैं। नीतियों के आधार पर लंबे समय से संघर्ष कर रहे कार्यकर्ताओं के स्वाभिमान की रक्षा भी नहीं हो पा रही है। इस बात से मैं बेहद आहत हूं। जनसंघ से लेकर भाजपा को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनाने में कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान है। लेकिन अब अच्छे और सच्चे कार्यकर्ताओं की पार्टी को कोई जरूरत प्रतीत होती नहीं दिख रही है। मैंने 1984 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी के रूप में काम शुरू किया था और संगठन के कई पदों पर रहा हूं। 20 वर्षों से मैं सागर विधानसभा क्षेत्र से टिकट के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा हूं। लेकिन हर बात सिर्फ झूठे आश्वासन ही मिले हैं। इन्हीं सब कारणों से मैं आज भाजपा की प्राथमिक सदस्य से इस्तीफा दे रहा हूं।

मुकेश जैन ढाना के इस्तीफे के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वे किसी अन्य पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं।