देवउठनी ग्यारस पर अबूझ मुहूर्त में हुई सैकड़ों शादियां, तुलसी-शालिगराम विवाह और शिप्रा तट पर दीपदान भी किए

स्वतंत्र समय, उज्जैन

गुरुवार को देवउठनी ग्यारस पर छोटी दिवाली, देव दिवाली उत्साह और परंपरा से मनाई गई।  देवउठनी ग्यारस पर्व के इस अबूझ मुहूर्त में खूब शादियां भी हुई। घरों व मंदिरों में तुलसी विवाह हुए। शाम ढलते ही शिप्रा तट पर दीपदान का सिलसिला शुरू हो गया था।

देवउठनी ग्यारस की शाम से ही शिप्रा के विभिन्न घाटों पर दीपदान भी किया जा रहा था। घरों में पूजन के बाद लोग आतिशबाजी कर दिवाली मनाने लगे थे। ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डब्बावाला ने बताया कि आज देव उठनी ग्यारस पर देवों के जागने के बाद मुहूर्त में शादियां शुरू हो गई है। इसी नवंबर माह में ही शादी के लिए 4 शुभ मुहूर्त आ रहे हैं। शादियों के साथ ही अन्य शुभ कार्यों की भी शुरुआत हो गई। देवउठनी ग्यारस पर लोग दान-पुण्य भी करेंगे। शाम को गोधूली बेला में गन्ने से मंडप सजाकर तुलसी-शालिग्राम के विवाह भी किए गए। ऐसी धार्मिक मान्यता है कि एकादशी को भगवान विष्णु नींद से जागते हैं। इसलिए शादी-ब्याह और शुभता की शुरुआत हो जाती है। साथ ही अब चातुर्मास भी समाप्त होने वाला है। ग्यारस के शुभ मुहूर्त में शहर में सैकड़ो विवाह कार्यक्रम आयोजित हुए।

द्वारकाधीश गोपाल मंदिर में हुआ तुलसी विवाह

उज्जैन के सिंधिया ट्रस्ट के द्वारकाधीश गोपाल मंदिर में परंपरागत रूप से देवउठनी ग्यारस की शाम तुलसी विवाह का आयोजन किया गया । मंत्रोच्चार के बीच पंडितों ने तुलसी विवाह की रस्म पूर्ण कार्रवाई। मंदिर के प्रबंधक अजय ढकने ने बताया इस विशेष विवाह को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।

एक नजर इस माह के विवाह मुहूर्तों पर

  • 24 नवंबर शुक्रवार प्रदोष पर्व
  • 27 नवंबर  सोमवार कार्तिक पूर्णिमा
  • 28 नवंबर  मंगलवार अगहन कृष्ण
  • 29 नवंबर  बुधवार सर्वार्थ सिद्धि योग।