द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स का 38वाँ अधिवेशनः साइंटिस्ट सहित दुनियाभर के इंजीनियर लेंगे भाग

स्वतंत्र समय, जबलपुर

द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) जबलपुर लोकल सेंटर के तत्वावधान में भारतीय इंजीनियरिंग कांग्रेस का 38वाँ अधिवेशन 27 से 29 दिसंबर तक  आयोजित  है।  मध्यप्रदेश के इतिहास में यह पहला अवसर है कि जब  अंतर्राष्ट्रीय स्तर का इतना बड़ा अधिवेशन   हो रहा है और इसकी जिम्मेदारी इंस्टीट्यूशन आफ इंजीनियर जबलपुर लोकल सेंटर को मिली है। रीइमेजनिंग टुमॉरो: शेपिंग द फ्यूचर थ्रू डिसरपटिव एंड इंटरडिसिप्लीनरी टेक्नॉलजीस थीम पर यह अधिवेशन आयोजित हो रहा है। इस अधिवेशन के आयोजन समिति के  अध्यक्ष एवं  द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) के काउन्सिल मेम्बर  इंजीनियर राकेश राठौर तथा जबलपुर लोकल सेंटर, द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) के चेयरमैन  एवं आयोजन सचिव ब्रिगेडियर विपिन कुमार त्रिवेदी  ने बताया कि  उक्त अधिवेशन में  राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल की तकनीकी भागीदारी रहेगी एवं इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन र टेक्नोलॉजी डिजाइन एंड मैनेजमेंट आईआईआईटीटीएम जबलपुर नॉलेज पार्टनर रहेंगे। इस अधिवेशन का उदेश्य तकनीकी बिरादरी को जागरुक कर इंजीनियरिंग के विभिन्न क्षेत्रों मे विकास करना तथा भविष्य की चुनौतियों का सामना करते हुए राष्ट्र के विकास को सुनिश्चित करना है।

200 से ज्यादा शोध पत्र होगें प्रस्तुत

इसके अलावा इसमें इंजीनियरिंग की 15 प्रमुख शाखाओं के 200 से ज्यादा शोध पत्र प्रस्तुत किये जायेंगे ।  इस अधिवेशन में विभिन्न हस्तियो के नाम पर मेमोरियल लेक्चर भी प्रस्तुत किये जायेंगे ,जिन्होने अभियांत्रिकी के क्षेत्र में अपना विशेष योगदान दिया है।

अनेक अवार्ड भी दिये जाएंगे

अधिवेशन में   विभिन्न क्षेत्रों में अवार्ड भी दिए जायेंगे जिनमे इंडस्ट्री एक्सेलेन्स अवार्ड, इंजीनियरिंग एजुकेशन अवार्ड आदि शामिल है। इसके अलावा एलम्नी मीट, वीमेन्स इंजीनियरिंग मीट, इंटरनेशनल मीट भी आयोजित होंगी जिसमे देश-विदेश के अनेक प्रतिनिधि  हिस्सा लेंगे।

देश- विदेश के प्रसिद्ध इंजीनियरों की रहेगी भागीदारी

देश और विदेश के अभियांत्रिकी संस्थानों से  प्रसिद्ध अभियंता इस अधिवेशन में भाग लेंगे , जिसमें प्रमुख  रूप से डी. आर. डी. ओ. के प्रसिद्ध इंजीनियर एवं रक्षा वैज्ञानिक डाक्टर सुधीर मिश्रा, रेलवे इंजीनियरिंग क्षेत्र के विशेषज्ञ, देश के विभिन्न प्रसिद्ध अभियांत्रिकी महाविद्यालयों से उनके प्राध्यापक, उद्योगपति एवं अन्य कई संस्थानो के गणमान्य  पदाधिकारियों के अलावा  कोरिया इजिप्त तथा गल्फ देशों  सहित अन्य अनेक देशों के विशेषज्ञ  शामिल रहेंगे।