स्वतंत्र समय, बरेली
नगर की प्रत्येक सडक़ और मुख्य मार्ग पर जिस प्रकार अतिक्रमण की भरमार बनी हुई है। उससे ऐसा लगता है कि नगर अतिक्रमण में बसा हुआ है। नगर में एक भी पार्किंग स्थल नहीं है। नगर में हजारो वाहन है, अनेक स्थानों पर 24 घंटो वाहन सडक़ पर बने रह कर सुरक्षित यातायात में बाधा बनते है। नगर के बीचों बीच से निकली पुरानी एनएच सडक़ जिस के गड्डो को भरने के साथ अब डामर भी हो गया है। दौनों किनारों के खाली स्थानों पर अतिक्रमण की भरमार और अघोषित वाहन स्टेण्ड बन गए है। नपं. एवं ट्राफिक पुलिस की उदासीनता से नगर की सडक़ो पर कभी भी जाम लगने, विवाद होने की स्थिति बनती है। दशको पूर्व तक पुरानी बस्ती में ही थाना, पीडब्लूडी, आवकारी आफिस, कन्याशाला के भवन भूमियां थी। उक्त सभी विभागों के आफिस 70 के दशक में शिफ्ट हो गए। उक्त विभागों के भवन, भूमियां खाली बनी रहने, सुरक्षा के इंतजाम न होने से कच्चे, पक्के अतिक्रमण की भेंट चढ गए। आवकारी विभाग खाली पडी भूमि को पिछले वर्षो में नपं. द्वारा एक व्यक्ति को लीज पर दे दिया गया। सरकारी भूमियों पर नपं. द्वारा दर्जनों दुकानों एवं सब्जी मंडी और उसमें दुकानों का निर्माण कर नीलाम कर यह उम्मीद की कि नगर की सडक़ो पर लगने वाली दुकानों से होने वाले अतिक्रमण से मुक्त होकर नगर की यातायात व्यवस्था सुरक्षित, सुविधापूर्ण होगी, परंतु दर्जनों दुकानों के निर्माण के बाद सडक़ो पर सब्जी, फलों एवं अन्य दुकानें लगना जारी बना हुआ है।
नगर में नहीं एक भी पार्किंग स्थल
नगर में हजारो दो पहिया, चार पहिया वाहन है। प्रतिदिन सेकडो ग्रामीण क्षैत्र के वाहन नगर में आते है। वाहनों की भरमार सडक़ो, दुकानों के सामने बनी रहती है। परंतु नगर में एक भी पार्किंग स्थान नहीं है। नगर में एक दर्जन से अधिक बैंके मुख्य सडक़ के किनारे किनारे है। किसी भी बैंक के पास पार्किंग स्थल नहीं है। स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, सेन्ट्रल बैंक, आईसीआईसीआई बैंक सहित अन्य बैंको के सामने सडक़ पर ही वाहन खडे किए जाने से घटना दुर्घटना और कभी भी जाम लगने की स्थिति बनती है।
दुकानों से अधिक सामान सड़कों पर
नपं. एवं ट्रैफिक पुलिस नगर के सुव्यवस्थित सुरक्षित यातायात के प्रति निरंतर उदासीन बनी हुई है। सभी सडक़ो के किनारे, चौराहो, तिराहों पर अतिक्रमण की भरमार बनी रहती है। रात में सडक़ो चौड़ी हो जाती है। दिन में अतिक्रमण हाथ ठेलों, सड़कों पर सामग्री रखने से सड़कें गलियों में तब्दील हो जाती है। अतिक्रमणकारियों एवं सड़कों पर सामान रखने वाले व्यापारियों को अनेक बार अपनी हद में रहने की चेतावनी दी गई, परंतु प्रभावी कार्यवाही न होने से हिदायत बेअसर बनी हुई है।
दिन में अतिक्रमण हाथ ठेलों, सड़कों पर सामग्री रखने से सडक़े गलियों में तब्दील हो जाती है। अतिक्रमणकारियों एवं सडक़ो पर सामान रखने वाले व्यापारियों को अनेक बार अपनी हद में रहने की चेतावनी दी गई, परंतु प्रभावी कार्यवाही न होने से हिदायत बेअसर बनी हुई है।