28 अगस्त से लगातार प्रदेश भर के पटवारियों के द्वारा वेतन की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन एवं हड़ताल की जा रही हैं। पटवारी महासंघ के अध्यक्ष मनोज परिहार ने बताया है कि वेतन से जुड़े फैसले को लेकर कई सालों से हमारी मांग मध्य प्रदेश शासन के समक्ष लंबित हैं किंतु मध्यप्रदेश शासन हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है और इस पर कोई विचार विमर्श नहीं किया जा रहा हैं।
पटवारियों का जारी विरोध प्रदर्शन
यही सबसे बड़ी वजह है कि 28 अगस्त से लेकर हम अनिश्चितकालीन स्थिति पर हड़ताल पर बैठे हैं। हमारी मांगों को लेकर सीएम ने 2007 में गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया था परन्तु अभी तक उन मांगो को पूरा नहीं किया गया हैं। मध्यप्रदेश के अल्वा कई ऐसे राज्य है जहां पटवारी का वेतनमान 2800 के करीब है जबकि मध्य प्रदेश में वेतनमान उससे कम है इसलिए हम मांग कर रहे है और जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाती तब तक हम धरना पर बैठेंगे।
जानकारी के अनुसार पिछले आठ दिनों से विसंगतियों को लेकर चली रही पटवारी के हड़ताल में अब ग्राम पंचायत सरपंच मोरोद विजय बिलोनिया ने कहा कि हम भी अपना पूर्ण समर्थन पटवारी की हड़ताल देंगे और सरकार के खिलाफ मीडिया के सामने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए पटवारियों की हड़ताल के चलते किसानों की परेशानी बताई। सरपंच ने ये भी कहा कि आने वाले समय मे पटवारी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हम उनके साथ खड़े हैं।