बगावत के शोर से दहली भाजपा और कांग्रेस

 स्वतंत्र समय, भोपाल

कांग्रेस की दूसरी सूची कल देर रात क्या जारी हुई, लगभग प्रदेशभर में बगावत, इस्तीफे और विरोध के स्वर से कांग्रेस में दंगल शुरू हो गया। वहीं भाजपा में भी प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। पार्टी को मां का दर्जा देने वाले नेताओं का कुर्सी मोह के चलते जमकर बवाल देखने मिल रहा है। विरोध वाली सीटों में और बची सीटों में जमकर बगावत हो रही है। इस विरोध के चलते दोनों पार्टियों के नेताओं के पसीने छूट रहे हैं। सीटें घोषित करने में कांग्रेस पहले पीछे थी, लेकिन उसने अब भाजपा को पीछे छोड़ दिया है। विरोध का शोर थामने पार्टियां अब डैमेज कंट्रोल की रणनीति बनाने में जुट गई हैं। सबसे ज्यादा विरोध कांग्रेस की दूसरी सूची भले ही कल देररात हो जारी हुई लेकिन तभी से खबर लिखे जाने तक कई विधायकों, पदाधिकारियों ने पार्टी से इस्तीफा देकर दिग्गज नेताओं को भला बुरा कहना शुरू कर दिया है। कांग्रेस में अब सिर्फ बैतूल जिले की आमला सीट पर प्रत्याशी का ऐलान होना बाकी है। भाजपा के बचे 94 उम्मीदवारों की सूची जल्द घोषित होने वाली है। कई सीटों पर नेताओं ने पाला बदलने के संकेत तो कई जगहों पर कैंडिडेट बदलने को लेकर प्रदर्शन चल रहा है।

दतिया में जोरदार टक्कर

गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा की दतिया सीट में कांग्रेस के टिकट बदलने से समीकरण भी बदलने के आसार नजर आने लगे हैं। डॉ मिश्रा की प्रतिष्ठा वाली सीट में घोषित अवधेश नायक को बदलकर कांग्रेस से चुनाव लडऩे वाले राजेंद्र भारती को टिकट दे दिया गया है। भारती नायक के भाजपा से शामिल होने के बाद टिकट मिलने का विरोध कर रहे थे, दतिया से लेकर भोपाल तक चले विरोध प्रदर्शन के चलते आलाकमान को टिकट बदलना पड़ा। अब माना जा रहा है कि मिश्रा को भारती चुनाव में कड़ी टक्कर दे सकते हैं। क्योंकि मंत्री मिश्रा 2018 के चुनाव में बहुत कम अंतर से जीते थे।

छह विधायकों के टिकट काटे, अजब का भी इस्तीफा

कांग्रेस ने दूसरी लिस्ट में मौजूदा 6 विधायकों के टिकट काट दिए है। इनमें तीन तो चंबल-ग्वालियर के हैं, जबकि दो मालवा-निमाड़ और एक भोपाल के हैं। सुमावली से विधायक अजब सिंह कुशवाह को प्रॉपर्टी के एक मामले में सजा हो चुकी है। उनकी जगह कुलदीप सिकरवार को टिकट दिया है।

जयश्री के विरोध में कमलनाथ के बंगले पर प्रदर्शन

भोपाल की आरक्षित बैरसिया सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस नेता रामभाई मेहर ने विरोध किया है। उनके समर्थकों ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बंगले के बाद प्रदर्शन कर मुंडन भी कराया है। वे कांग्रेस प्रत्याशी हरिकरण का टिकट काटने की मांग कर रहे थे। इस दौरान मेहर का कहना है कि मैं 20 सालों से मेहनत कर रहा हूं। पार्टी ने सर्वे को महत्व नहीं दिया। 13 हजार वोटों से चुनाव हारने वाली नेता को टिकट दे दिया।

 बेटों की राजनीति चमकाने में पार्टी का सत्यानाश कर रहे दो नेताः शिवराज

मध्यप्रदेश चुनावों को लेकर कांग्रेस ने दूसरी सूची जारी कर दी और इसके साथ ही सीएम शिवराज सिंह चौहान ने करारा तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कुछ टिकट कमलनाथ तो कुछ टिकट दिग्विजय सिंह ले गए और बाकी हाथ मलते रह गए। शिवराज ने आगे कहा कि ‘अब आपस में ही लड़ाई मची है और विरोध हो रहा है। पुतले जल रहे हैं। यह दोनों नेता अपने-अपने पुत्र को स्थापित कर रहे है। सीएम ने कहा कि अब तो ये एक दूसरे को ही गाली दे रहे हैं। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह अभी तो आपस में ही भिड़े हैं।

आपस में ही भिड़े हैं: सीएम

‘ये अभी आपस में ही भिड़े हुए हैं। अब देखो टिकट कौन बांट रहे हैं। कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ कह रहे हैं, ‘छिदवाड़ा का टिकट मैं बांटूंगा, वहीं से घोषित कर देते हैं। ये (कमलनाथ और दिग्विजय) अपने बेटे को बनाने की जुगाड़ में हैं, लेकिन बेटों के चक्कर में पार्टी का ही सत्यानाश हो रहा है।

महू: दरबार का विरोध, निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव

महू से कांग्रेस ने राम किशोर शुक्ला को टिकट दिया है। इसके विरोध में पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार के समर्थकों ने उनके नांदेड़ स्थित निवास पर पहुंचकर शुक्ला की उम्मीदवारी का विरोध किया। इसके बाद दरबार ने निर्दलीय चुनाव लडऩे का ऐलान किया है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा है कि जिस व्यक्ति ने 2003 में कांग्रेस छोड़ दी थी उसे 15 दिन पहले पार्टी ज्वाइन कराकर टिकट दे दिया। कार्यकर्ताओं में असंतोष है, और उसको लेकर रैली निकाली जाएगी।

मुरैना: मावई बोले, नाथ और गोविंद ने काटा मेरा टिकट

मुरैना में कांग्रेस विधायक राकेश मावई ने भी टिकट काटे जाने का विरोध किया है। मावई में कहा है कि पार्टी नेताओं ने उनके साथ धोखा किया है। मैं उपचुनाव में मुरैना सीट जीत कर आया था। मावई ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह को टिकट काटने के लिए जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा है कि मुझे टिकट नहीं मिलने पर जनता में आक्रोश फूटेगा।

खातेगांव: बंडावाला लड़ेंगे गोंगपा से चुनाव

देवास जिले के खातेगांव के पूर्व मंडी अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण बंडावाला ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। लक्ष्मी नारायण गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से विधान सभा चुनाव लड़ सकते हैं।

रीवा-जावरा और इंदौर मेंं भी इस्तीफों का दौर

रीवा विधानसभा से राजेंद्र शर्मा को टिकट देने के बाद महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष कविता पांडे ने इस्तीफा देकर सोशल मीडिया में विरोध जताया और लिखा कि वे कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे रही हैं। वे यहां से टिकट की दावेदारी कर रही थीं। रतलाम के जावरा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी हिम्मत श्रीमाल का वीरेंद्र सिंह सोलंकी के समर्थक विरोध कर रहे हैं। उन्होंने सीट बीजेपी को गिफ्ट करने की बात कही है। वहीं, इंदौर में अश्विन द्वारा निर्दलीय या आम आदमी पार्टी के माध्यम से चुनाव लडऩे की बात कही जा रही है।