स्वतंत्र समय, भोपाल
शिक्षित वही है, जिसमें ज्ञान के साथ-साथ संस्कार भी होते हैं। विद्यार्थी जीवन में विश्वविद्यालय से प्राप्त होने वाले संस्कार जीवन के हर कदम पर आपके पथ प्रदर्शक होते है। यह बात राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने मंगलवार को कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह के दौरान कही। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव भी मौजूद थे। राज्यपाल ने कहा कि दीक्षा समारोह विद्यार्थियों को परिवार, समाज और राष्ट्र के लिए उनके दायित्वों के निर्वहन के लिए प्रतिबद्धतापूर्वक आगे बढऩे के लिए प्रेरित करता है। जीवन की सफलताओं में कभी भी अपने माता-पिता और गुरुजनों को नहीं भूलें। उनके सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि शिक्षक, युवा वर्ग को दृढ़ संकल्पवान बनाएं। उन्हें समस्याओं से जूझना सिखाएं, ताकि विपरीत परिस्थितियों में भी आपका आत्मबल बना रहें। विद्यार्थी वंचित वर्गों के प्रति भी संवेदनशीलता के साथ सहयोग के लिए तत्पर रहें। कार्यक्रम के प्रारंभ में राज्यपाल का पुष्पगुच्छ, शाल व श्रीफल भेंटकर स्वागत और अभिनंदन किया गया। राज्यपाल एवं अतिथियों ने विश्वविद्यालय की उपलब्धि पर आधारित स्मारिका का विमोचन किया।
दीक्षांत समारोह में स्मृति-चिन्ह भी भेंट किया गया
इस अवसर पर राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस. सूर्यप्रकाश भी उपस्थित थे। उन्होंने भारतीय शिक्षा की ऐतिहासिकता और गौरवशाली विरासत की महत्ता पर संक्षिप्त उद्बोधन दिया। बरकतउल्ला विवि के कुलपति सुरेश कुमार जैन ने बताया कि 191 विद्यार्थियों को उपाधि और स्वर्ण पदक प्रदान किये गए हैं। इस अवसर पर उन्होंने दीक्षित विद्यार्थियों को दीक्षा उपदेश संस्कृत में दिया और शपथ दिलाई।
स्वच्छता दिवस पर सक्रियता से भाग लें विद्यार्थी
राजपाल ने विद्यार्थियों को एक अक्टूबर को आयोजित होने वाले स्वच्छता दिवस पर होने वाली गतिविधियों में बढ़-चढ़कर और उत्साह पूर्वक हिस्सा लेने के लिए कहा।उन्होंने विद्यार्थियों को अपने परिसर को स्वच्छ रखने के लिए निरंतर प्रेरित करते रहने की समझाइश दी।