भारतीय निर्यातकों को भुगतना पड़ सकता है युद्ध का खामियाजा

बिजनेस न्यूज, नई दिल्ली

थिंक टैंक ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनीशिएटिव (जीटीआरआई) ने रविवार को कहा, भारत के वाणिज्यिक निर्यात के लिए युद्ध के कारण बीमा प्रीमियम और शिपिंग लागत में वृद्धि हो सकती है। भारत की ईसीजीसी इस्राइल को निर्यात करने वाली भारतीय कंपनियों से उच्च जोखिम प्रीमियम वसूल सकती है। इसीजीसी लि. (पूर्व में एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि.) पूरी तरह से भारत सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी है। टेक्नोक्रॉफ्ट इंडस्ट्रीज इंडिया के संस्थापक चेयरमैन व मुंबई स्थित निर्यातक शरद कुमार सराफ ने कहा, अगर संघर्ष तेज हुआ तो निर्यातकों के लिए हालात कठिन हो सकते हैं। जीटीआरआई के सह-संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा कि अगर इस्राइल के तीन बड़े बंदरगाहों-हाइफा, अशदोद और इलियत पर कामकाज अव्यवस्थित होता है, तो व्यापार पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

अभी कामकाज प्रभावित नहीं

जीटीआरआई के सह-संस्थापक श्रीवास्तव ने कहा, अभी युद्ध से बंदरगाह के कामकाज के प्रभावित होने की खबर नहीं है। भारत-इस्राइल द्विपक्षीय सेवा व्यापार लगभग 1.3 अरब डॉलर होने का अनुमान है। अगर इस्राइल के बड़े क्षेत्रों तक युद्ध नहीं फैलता है, तो इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। असल प्रभाव युद्ध की अवधि और तीव्रता पर निर्भर है। वित्तीय वर्ष 2022-2023 में माल व सेवा क्षेत्रों में व्यापार 12 अरब डॉलर होने का अनुमान है। इस्राइल और हमास के बीच शनिवार सुबह से युद्ध जारी है। युद्ध में अब तक दोनों पक्षों के करीब 1000 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में अमेरिका और नेपाल सहित अन्य देशों के नागरिक भी शामिल है।

कच्चे तेल में उछाल के बावजूद नहीं बढ़ेंगे पेट्रोल और डीजल के दाम

वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के बावजूद अगले साल होने वाले आम चुनाव के कारण देश में पेट्रोल-डीजल के दाम बढऩे का अनुमान नहीं है। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने एक रिपोर्ट में कहा कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (एचपीसीएल) के पास मई, 2024 में आम चुनाव के कारण चालू वित्त वर्ष में पेट्रोल व डीजल की खुदरा बिक्री कीमतों में वृद्धि करने के सीमित अवसर होंगे। इन तीनों सरकारी कंपनियों ने लगातार 18 महीने से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई परिवर्तन नहीं किया है। इन कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी करीब 90 फीसदी है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल कच्चे तेल के दाम बढऩे के बावजूद तीनों कंपनियों ने कीमत नहीं बढ़ाई। इससे 2022-23 की पहली छमाही में उन्हें भारी नुकसान हुआ। अगस्त के बाद से वैश्विक बाजार में तेल की कीमतें मजबूत होने से तीनों खुदरा विक्रेताओं का मुनाफा फिर से नकारात्मक श्रेणी में चला गया है। हालांकि, वैश्विक वृद्धि कमजोर होने से क्रूड की ऊंची कीमतें लंबे समय तक कायम रहने की आशंका नहीं है।

तेल अवीव जाने वाली एयर इंडिया की सभी उड़ानें रद्द

एयर इंडिया ने तेल अवीव के लिए जाने वाली अपनी सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है। 14 अक्तूबर तक के लिए यह सभी उड़ाने रद्द की गई है। एयर इंडिया के एक अधिकारी के मुताबिक लगभग 14 एयरलाइन कर्मचारी मुख्य रूप से केबिन और कॉकपिट क्रू तेल अवीव से इथियोपियाई उड़ान पर लौट आए हैं। एयर लाइन के प्रवक्ता द्वारा जारी बयान में कहा गया कि सुरक्षा कारणों को देखते हुए तेल अवीव के लिए हमारी सभी उड़ाने 14 अक्तूबर तक बंद रहेंगी। साथ ही बयान में कहा गया कि एयरलाइन उन यात्रियों को हरसंभव सहायता देगी, जिन्होंने इस दौरान किसी भी उड़ान में बुकिंग की है। वहीं पहले भी एयर लाइन के एक अधिकारी द्वारा कहा गया कि वह यात्रियों के संबंध में स्थिति और संभावनाओं की बारीकी से समीक्षा कर रहे हैं। हमास आतंकवादियों के इस्राइल पर किए गए हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिक्रिया दी थी। शनिवार को उन्होंने कहा था कि वह इस्राइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।