भूलकर भी न करें अपने बच्चों से ऐसी बातें: होता है उनकी मानसिक स्वास्थ्य पर असर

बच्चों के साथ बातचीत करना और उनके साथ वक्त बिताना माता-पिता के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है। इसके अलावा, हमें यह भी याद रखना चाहिए कि हमारी बातचीत उनकी मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डाल सकती है। यहाँ हम देखेंगे कुछ ऐसी बातें जिन्हें हम अपने बच्चों से कभी नहीं करेंगे, क्योंकि ये उनकी मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है:

दोस्त बनाने पर न करें प्रेशर: आपके बच्चे को हमेशा याद दिलाने की कोशिश न करें कि वे सबसे अच्छे दोस्त हैं और उन्हें दूसरों के साथ मिलकर मित्रता बढ़ानी चाहिए। इसके बजाय, उनको यह सिखाएं कि सभी लोग विभिन्न होते हैं और यह ठीक है।

किसी भी समस्या को छिपा दें: आपके बच्चे को यह समझाने के बजाय, कि वे किसी भी प्रकार की समस्या को छिपाने की कोशिश न करें। उन्हें समस्याओं का समाधान खोजने में मदद करें और खुलकर बात करने के लिए प्रोत्साहित करें।

सफल होने पर ही मिलेगा प्यार: यह बच्चों को यह आभास दिलाने की कोशिश करता है कि सिर्फ उनके सफल होने पर ही उन्हें प्यार और मान्यता मिलेगी। इसके बजाय, आपको यह संदेश दें कि आप उन्हें प्यार करते हैं, चाहे वे कुछ भी कर रहे हों।

तुम्हारे साथी छोटे हैं, तुम्हें कुछ नहीं पता: इस तरह का बयान उनकी स्वानुभव और सोच को दबा देता है। आपको उनके विचारों और दृष्टिकोण का सम्मान करना चाहिए, चाहे वो छोटे क्यों न हों।

किताबों का अध्ययन करो, खेलों में समय बर्बाद न करो: यह सुनिश्चित करता है कि उनके मनोरंजन और मनोरंजन के साथ समय बर्बाद करने की अनुमति नहीं है। इसके बजाय, आपको यह समझना चाहिए कि सही संतुलन जरूरी है और वे अध्ययन के साथ-साथ खेलों में भी समय बिताएं।

इन सामान्य लक्षणों को याद रखकर, हम अपने बच्चों के साथ सही तरीके से बातचीत कर सकते हैं और उनकी मानसिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित रूप से बनाए रख सकते हैं। यह सही है कि हमारे वचनों का महत्व होता है, और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम उन्हें सकारात्मक और सहानुभूति भरी बातचीत का मौका देते हैं।