स्वतंत्र समय, भोपाल
विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा नेतृत्व दिल्ली और भोपाल में बैठक करके ताबड़तोड़ रणनीति बना रही है। सूत्रों के अनुसार भाजपा नेतृत्व ने मप्र सरकार के लगभग एक दर्जन मंत्रियों के टिकट काटने पर मुहर लगा दी है। इसका ऐलान जल्द हो सकता है।
मंत्रियों को संकेत किया जा रहा है, इसी कड़ी में शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया चुनाव मैदान से पीछे हट गईं, माना जा रहा है, उनकी सीट से भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव लड़ेंगे। इसका निर्णय 2 अक्टूबर की शाम तक होने की पूरी संभावना है, इसको लेकर शनिवार को दिल्ली में बैठक होगी। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विदिशा से चुनाव लड़ाने के फैसले पर भी मुहर लग सकती है। भाजपा नेतृत्व मप्र के विधानसभा चुनाव में गुजरात फार्मूले की तरह यहां भी रणनीति को अंजाम देने जा रही है। पार्टी ने मप्र सरकार के लगभग एक दर्जन मंत्रियों के टिकट काटने की तैयारी कर ली है। इन मंत्रियों को संकेत किया जाएगा, कि वे स्वयं ही चुनाव न लडऩे का ऐलान कर दें, टिकट कटने वाले मंत्रियों में से कुछ को बाद में लोकसभा का चुनाव भी लड़ाया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार जिन मंत्रियों के टिकट कटने की पूरी तैयारी है, उनमें यशोधरा राजे सिंधिया, ब्रजेंद्र प्रताप ङ्क्षसह, प्रेम ङ्क्षसह पटेल, ओपीएस भदौरिया, ऊषा ठाकुर सहित कुछ अन्य के नाम शामिल बताए जा रहे हैं। ऊषा ठाकुर का टिकट काटा गया, तो उनको लोकसभा भेजा जा सकता है। जबकि सांसद शंकर लालवानी को विधानसभा का टिकट दिया जा सकता है। चुनाव न लडऩे का ऐलान करने की शुरुआत यशोधरा राजे सिंधिया से हुई है। यशोधरा राजे ने गुरुवार को ट्वीट में उल्लेख किया है कि ‘‘मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं है, चार बार मुझे कोविड हुआ है। ऐसे में चुनावी भाग दौड़ मुझसे नहीं हो सकेगी, इसलिए मैं चुनाव नहीं लड़ सकती।’’ इस ट्वीट के जरिये कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने विधानसभा चुनाव -2023 लडऩे से मना कर दिया है। जल्द ही कुछ और मंत्री भी ऐसा ही ऐलान कर सकते हैं, बाकी के नाम टिकट की सूची में शामिल न होने पर ही पता चल जाएंगे।
सांसदों को विधानसभा भेजने की तैयारी
भाजपा नेतृत्व की दूसरी रणनीति सांसदों को विधानसभा भेजने की है, जिसकी शुरुआत दूसरी सूची से हो चुकी है। दूसरी सूची में तीन केंद्रीय मंत्रियों सहित सात सांसदों को विधानसभा का टिकट देने से हो चुकी है। तीसरी सूची में तो सिंगल नाम था, लेकिन जो चौथी सूची जारी होने वाली है, उसमें कुछ और सांसदों को विधानसभा का टिकट दिया जा सकता है। इसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल हैं। सिंधिया को यशोधरा राजे की सीट शिवपुरी से चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। हालांकि उनके लिए ग्वालियर पूर्व की सीट को लेकर चर्चा भी है, लेकिन वरीयता में शिवपुरी सीट ही है। इसके अलावा मालवा-निमाड अंचल के दो तीन सांसदों को भी पार्टी विधानसभा के चुनावी मैदान में उतार सकती है।