स्वतंत्र समय, कटनी
विधानसभा चुनाव के लिए अब अधिक समय बचा नहीं है। भाजपा ने जहां अब तक कटनी जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र में अपने प्रत्याशियों का चयन कर टिकट घोषित कर दिया है। वहीं कांग्रेस अब भारतीय जनता पार्टी से एक कदम आगे नजर आ रही है। कांग्रेस ने कटनी के चारों विधानसभा सीटों से अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। गत देर रात जारी दूसरी सूची में कटनी की शेष बची तीनों विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई। कांग्रेस ने मुड़वारा विधानसभा से 2018 में प्रत्याशी रहे एडवोकेट मिथलेश जैन पर दोबारा भरोसा जताते हुए दुवारा मौका दिया, विजयराघवगढ़ से पहली बार चुनाव के मैदान में कांग्रेस ने नीरज सिंह बघेल मैदान में उतारा हैं बहोरीबंद की बात करें तो वहां पर एक बार पहले भी विधायक रह चुके सौरभ सिंह को कांग्रेस ने टिकट देकर चुनाव को और दिलचस्प बना दिया है। बड़वारा में कांग्रेस ने पूर्व विधायक बसंत सिंह को प्रत्याशी बनाया जबकि भजापा ने यहाँ धीरेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है।भाजपा ने अभी तक बहोरीबंद विधानसभा से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। भाजपा और कांग्रेस द्वारा अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर देने के बाद मुड़वारा 93 में अब दिलचस्प लड़ाई की उम्मीद बन गई है। दोनो राजनैतिक दलों में असंतोष साफ झलक रहा है नतीजा मैदान में जल्द बजनदार निर्दलीय मैदान में होगा ऐसी संभावना बनती नजर आ रही है।
बहोरीबंद का भाजपा प्रत्याशी कौन रहस्य बरकरार
बहोरीबंद। कटनी जिले की बहोरीबंद विधानसभा सीट में अब तक भारतीय जनता पार्टी के द्वारा प्रत्याशी घोषित न किए जाने के कारण भाजपा प्रत्याशी घोषित करने के मामले में कांग्रेस से पिछड़ चुकी है। जिले की अन्य तीनों विधानसभा सीटों में जहां भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं वहीं अब तक बहोरीबंद विधानसभा में प्रत्याशी चयन को लेकर भारतीय जनता पार्टी चयन समिति उलझी हुई नजर आ रही है। क्षेत्र में तो यह भी चर्चाएं सरगम है कि बहोरीबंद से भारतीय जनता पार्टी किसी नए चेहरे की तलाश में हैं यही वजह है कि अब तक पार्टी के द्वारा टिकट की घोषणा यहां से नहीं की गई है। यदि यह चर्चाएं सच साबित हुई तो यह कहना गलत नहीं होगा कि बहोरीबंद विधायक की टिकट कट सकती है।
बगावत का खतरा
क्षेत्र में व्याप्त चर्चाओं को लेकर यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा के द्वारा अब तक बहोरीबंद विधानसभा क्षेत्र में टिकट की घोषणा इसलिए नहीं की गई है क्योंकि वहां पर किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन सकी है पार्टी के अंदर प्रत्याशी चयन को लेकर बगावत होती दिखाई दे रही है।