राजस्थान में भाजपा को बहुमत  राष्ट्रीय पार्टी का नहीं खुला खाता

एजेंसी, जयपुर

3 दिसंबर रविवार को मप्र सहित चार राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम आ गए। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और  राजस्थान में भाजपा ने अपना कब्जा जमाया तो वहीं तेलंगाना में कांग्रेस अपनी सरकार बनाएगी। बता दें कि राजस्थान में एक बार फिर हर पांच साल में सरकार बदलने का ट्रेंड जारी है। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बहुमत हासिल कर लिया है। चुनाव आयोग के मुताबिक भाजपा 115 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है। कांग्रेस 68 सीटें जीत चुकी है, 1 सीट पर आगे है, वहीं 15 सीटों पर अन्य उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। हार स्वीकार कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है।पहली बार चुनाव लड़ रही भारत आदिवासी पार्टी ने 3 सीट पर जीत दर्ज की है। हनुमान बेनीवाल को छोडक़र उनकी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से कोई भी उम्मीदवार नहीं जीत पाया है। राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त बहुजन समाज पार्टी के 2 विधायक ही जीते हैं, तो आम आदमी पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी इस चुनाव में भी छाप नहीं छोड़ सकीं। दोनों एक भी सीट नहीं जीत सकी।

ओवैसी की एआईएमआईएम, कम्युनिस्ट पार्टी खाता भी नहीं खोल पाई है। इस चुनाव में कई चौंकाने वाले परिणाम आए हैं। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी हार गए हैं। इसके साथ ही परसादी लाल मीणा, प्रताप सिंह खाचरियावास सहित कांग्रेस के 25 में से 17 मंत्री हार गए हैं। शांति धारीवाल जीत गए हैं। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया भी हार गए हैं। भाजपा ने जिन 7 सांसदों को चुनाव लड़ाया था, उनमें से 4 आगे और 3 पीछे चल रहे हैं ।

और दोनों सांसद तीसरे नंबर पर चल रहे हैं। इस बार जनता ने फिर सरकार बदली है, लेकिन यह पहली बार है कि विधानसभा अध्यक्ष समेत नेता प्रतिपक्ष और उपनेता प्रतिपक्ष हार गए हैं।