राममिलन को निकला ओंकारेश्वर का 600kg वजनी नर्मदेश्वर शिवलिंग, 23 अगस्त को राम जन्मभूमि न्यास को सौंपा जाएगा

Narmadeshwar Shivling : शुक्रवार (18 अगस्त) को मध्यप्रदेश के ओंकारेश्वर का 600 किलो वजनी शिवलिंग के पूजन के बाद यूपी अयोध्या के लिए प्रतिष्ठा यात्रा के रूप में रवाना कर दिया गया। बता दे कि, यह यात्रा 5 दिन में एक हजार से भी ज्यादा किमी का सफर तय करेगी। 23 अगस्त को राम जन्मभूमि न्यास को यह शिवलिंग सौंप दिया जाएगा।

पूजन में संतों के साथ मप्र की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर भी शामिल हुई। इसके बाद प्रतिष्ठा यात्रा के रूप से इसे रवाना कर दिया गया। यात्रा उज्जैन, ब्यावरा, शिवपुरी, कानपुर में विश्राम करते हुए अयोध्या पहुंचेगी।

बताया जा रहा है कि, 2024 में अयोध्या में राम मंदिर का प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा। मंदिर करीब दो एकड़ क्षेत्र में बनाया जा रहा है। यहां देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आएंगे। रामलला के दर्शन के साथ ही श्रद्धालु चार फीट ऊंचे और 600 किलो वजनी स्वयंभू शिवलिंग के दर्शन करके पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे।

अयोध्या में श्री रामलला के मंदिर परिसर की कुल भूमि करीब 67 एकड़ है। इसमें केवल 2 एकड़ में ही भव्य राम मंदिर बनेगा। राम मंदिर के विग्रह के चारों ओर बन रहे करीब 14 फीट चौड़े परकोटे के 6 मंदिरों में से एक मंदिर में मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर क्षेत्र के 4 फीट ऊंचे पूर्णतः प्राकृतिक नर्मदेश्वर महादेव स्थापित होंगे।