रेमंड के मालिक बोले-बच्चों को सोच-समझ कर सौंपे संपत्ति!

एजेंसी, मुंबई

रेमंड के मालिक गौतम सिंघानिया के पिता विजयपत सिंघानिया ने अपने बेटे के अपनी पत्नी नवाज मोदी से अलग होने के बाद पैदा हुए बवाल पर कहा कि उन्होंने अपने बेटे को सब कुछ सौंपकर ‘बेवकूफी’ की। उन्होंने कहा कि ‘माता-पिता को अपने बच्चों को सब कुछ देने से पहले बहुत सावधानी से सोचना चाहिए।’ 2017 में, विजयपत ने अपने बेटे पर दक्षिण मुंबई में अपनी पारिवारिक संपत्ति जेके हाउस बिल्डिंग से बाहर निकालने का आरोप लगाया।

इस महीने की शुरुआत में, नवाज मोदी ने कहा था कि गौतम सिंघानिया ने दीवाली समारोह के दौरान उन्हें घर में नहीं आने दिया, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक विशेष साक्षात्कार में, विजयपत ने कहा कि गौतम कंपनी के कुछ हिस्सों को देने के लिए सहमत हुए थे, लेकिन वह पीछे हट गए। मेरा कोई बिजनेस नहीं है। वह मुझे कंपनी के कुछ हिस्से देने के लिए सहमत हो गए थे, लेकिन निश्चित रूप से, वह पीछे हट गए। इसलिए मेरे पास और कुछ नहीं है। मैंने उसे सब कुछ दिया। गलती से, मेरे पास कुछ पैसे बच गए थे, जिस पर मैं आज जीवित हूं। अन्यथा, मैं सडक़ पर होता। पूर्व कपड़ा कारोबारी ने कहा कि गौतम उन्हें सडक़ पर देखकर खुश होंगे। मुझे इस बात का यकीन है। अगर वह अपनी पत्नी को इस तरह बाहर फेंक सकता है, उसने पिता को इस तरह बाहर कर दिया। तो मुझे नहीं पता कि वह कैसा इंसान है।

रेमंड के मौजूदा चेयरमैन और एमडी गौतम सिंघानिया ने 13 नवंबर को अपनी पत्नी नवाज मोदी से अलग होने की घोषणा की थी। अलग होने के बाद नवाज मोदी ने कथित तौर पर गौतम सिंघानिया की 11000 करोड़ रुपये की संपत्ति का 75 प्रतिशत हिस्सा मांगा है। इस मांग पर विजयपत ने कहा कि हिंदू विवाह अधिनियम के तहत अलग होने की स्थिति में पति की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी स्वत: ही पत्नी के पास चली जाती है। उसे इसके लिए लडऩे की आवश्यकता नहीं हो सकती है। एक बहुत ही साधारण वकील उसे हिंदू विवाह अधिनियम के तहत यह दिला सकता है। पूर्व उद्योगपति ने कहा कि गौतम सिंघानिया अपनी संपत्ति का 75 प्रतिशत उन्हें देने के लिए कभी राजी नहीं होंगे। वह 75 प्रतिशत के लिए क्यों लड़ रही हैं? गौतम कभी हार नहीं मानने वाले हैं, क्योंकि उनका आदर्श वाक्य है- हर किसी को खरीदें और सब कुछ खरीदें। यही उसने मेरे साथ किया। मेरे पास उससे लडऩे के लिए इतना पैसा नहीं बचा था। उसने सब कुछ खरीद लिया। वह सब कुछ खरीद लेगा। इस तरह से लडऩे से, मुझे नहीं लगता कि उसे बहुत कुछ मिलेगा। जब तक कि उनके पास हरीश साल्वे, मुकुल रोहतगी, कपिल सिब्बल जैसा व्यक्ति न हो। विजयपत ने कहा कि अगर नवाज एक अच्छा वकील रख सकती हैं तो इस बात की पूरी संभावना है कि उन्हें कम से कम हिंदू विवाह अधिनियम के तहत आने वाली राहत मिल सकती है। हालांकि, उन्होंने कहा कि चूंकि नवाज पारसी हैं, इसलिए यह जांचना होगा कि वह हिंदू विवाह अधिनियम के दायरे में आती हैं या नहीं। गौतम सिंघानिया ने नवाज मोदी द्वारा लगाए गए मारपीट के आरोपों सहित हालिया घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा, अपनी दो खूबसूरत बेटियों के हित में, मैं अपने परिवार की गरिमा बनाए रखना चाहूंगा और मैं कोई टिप्पणी करने से बचूंगा। कृपया मेरी निजता का सम्मान करें।