स्वतंत्र समय, अनूपपुर
विधानसभा निर्वाचन लोकतंत्र के महापर्व को उद्योगपति एवं पूंजीपति धन संपदा के भंडारी समाज सेवा का चोला पहनकर अनूपपुर जिले के बिजुरी नगर के विनोद बंटी खेडिय़ा जन भावनाओं को कुचलकर कांग्रेस पार्टी का प्रचार कर रहे थे,उनके समाज सेवा एवं उनके लक्ष्मी की ताकत की 2023 के विधानसभा चुनाव में अग्नि परीक्षा हो रही है।अनूपपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र कोतमा के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि विनोद बंटी खेडिय़ा एवं इसके परिवार के लोग 5 साल तक शासन की योजनाओं की धज्जियां उड़ाकर ठेकेदारी का कार्य करते हैं और जब चुनाव का समय आता है तो क्षेत्र में आकर पूरे चुनाव को चौपट ही नहीं करते बल्कि अपनी प्रतिष्ठा मानकर झोली लेकर आम जनता के बीच में कांग्रेस प्रत्याशी के लिए वोट मांगते हैं देखना है उनके झोली में वोट एकत्र हो पा रही है या बंटी खेडिय़ा किसान मिनरल्स का कारोबार चलाने छतरपुर पलायन कर जाते हैं।
उद्योगपति खेड़िया पूंजी के बलबूते नहीं जिता सकते चुनाव
बिजुरी नगर के सेठ जी समाजसेवा का चोला पहने वाले उद्योगपति निर्माण कार्यों के नाम पर सरकार को धूल चटाने वाले खेडिय़ा परिवार के लोग कोतमा विधानसभा क्षेत्र में पूंजी के बलबूते चुनाव जिताने का ठेका ले लेते हैं जबकि आज के इस परिवेश में पूंजी महत्वपूर्ण है,लेकिन ओरिजिनल समाज सेवा,किसी के सुख-दुख में साथ देना, जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन,मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन के सामने पूंजी पतियो का हिटलरसाही नहीं चल पा रही।
जब-जब किए हैं कांग्रेस का प्रचार, हुई है पराजय
सूत्रों से जानकारी मिली है कि विनोद बंटी खेडिय़ा उद्योगपति 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मनोज अग्रवाल का चुनाव प्रचार किए थे उसमें मनोज अग्रवाल को पराजय का मुंह देखना पड़ा था तत्पश्चात श्री खेडिय़ा 2013 एवं 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों से दूरी बनाए हुए थे जिसके चलते कोतमा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का परचम लहराया था लोगों को मानना है कि बंटी विनोद खेडिय़ा 2023 के विधानसभा चुनाव में कोतमा विधानसभा क्षेत्र में आकर चुनाव का मोर्चा संभाले थे,सभी रूठे कांग्रेस जनों को मनाने में सफल,असफल हुए धन संपदा,पूंजी,कारखाना,निर्माण कार्यों, उद्योग कारोबार , खनिज संपदा के बलबूते आम जनता के बीच में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में झोली फैलाकर वोट मांगे हैं देखना है खेडिय़ा परिवार को आम जनता ने महत्व दिया य शासन की योजनाओं का लाभ लेकर मुंहतोड़ जवाब दिया है यह तो 3 दिसंबर को ही स्पष्ट हो पाएगा।
निर्माण कार्यों में एसआरसी कंपनी करती है लीपा पोती
सूत्रों से जानकारी मिली है कि उमरिया, अनूपपुर,शहडोल,पेंड्रा गौरेला,मनेद्रगढ़ के साथ अन्य जिलों में जहां भी एस आरआरसी कंपनी सडक़ एवं पुल पुलिया का निर्माण कार्य करती है घटिया सामग्री का उपयोग कर शासन के मापदंड को ठेंगा दिखाकर कार्य करती है जिसके चलते सडक़ बनते-बनते ही टुकड़े-टुकड़े हो जाती है इस ओर भी आम जनता एवं शासन प्रशासन व समाजसेवियों को ध्यान देना होगा।
2023 का विधानसभा चुनाव बनी प्रतिष्ठा
बिजुरी नगर के समाजसेवी उद्योगपति स्वयं चुनाव लडऩे में संकोच करते हैं इतना ही नहीं खेडिय़ा परिवार विगत 5 साल तक राजनीति से दूरी बनाए रखता है जैसी चुनाव आता है पूंजी, धनबल, उद्योग, समाजसेवी का चोला पहनकर पूजी के बलबूते कोतमा विधानसभा क्षेत्र की भोली भाली जनता को भ्रमित कर क्षेत्र के लोगों को जादुई छड़ी दिखाकर कांग्रेस प्रत्याशी के विजय का सेहरा अपने सिर में बांधना चाहता है। उल्लेखनीय है कि कोतमा विधानसभा क्षेत्र एक शांतिप्रिय माना जाता है यहां के लोग आम जनता भाईचारा के साथ एक दूसरे के दुख सुख में शामिल रहते हैं, मतभेद देखने को नहीं मिलता लेकिन जैसे ही चुनाव का समय आता है तथाकथित पूंजीपती कुछ लोग इस क्षेत्र में आकर लोगों के भावनाओं को रौद कर शक्ति प्रदर्शन कर गांव टोला मजरा घर-घर में विद्रोह कराकर अपने कारोबार के लिए वापस चले जाते हैं।
जो क्षेत्र के लिए जनहित में उचित नहीं है।