शिवराज के शासन में प्रदेश हुआ बदहाल; अत्याचार और भ्रष्टाचार में डूबा प्रदेश : सुरेश पचौरी

स्वतंत्र समय, बैतूल

18 सालों से प्रदेश की बदहाली और बर्बादी का जनता में शिवराज राज के खि़लाफ़ जो असंतोष था, वह अब जन आक्रोश में तब्दील हो गया है। समूचे मध्यप्रदेश में चारो ओर भयंकर अराजकता, अपराध, भय, भ्रष्टाचार और लूट की खुली छूट है। आदिवासी, किसान, दलित, बेटियां, बच्चे, पिछड़े, नौजवान सबकी जबान पर बस एक ही बात है, “शिवराज हटाओ प्रदेश बचाओ”। यह बात बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा चक्कर रोड पर एक निजी होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में जन आक्रोश यात्रा प्रभारी पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही।

संयुक्त पत्रकार वार्ता में जन आक्रोश यात्रा प्रभारी पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन, प्रदेश महासचिव एवं जिला संगठन प्रभारी चन्द्रिका प्रसाद द्विवेदी एवं यात्रा सह प्रभारी पूर्व केबिनेट मंत्री सुखदेव पांसे उपस्थित थे। पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए यात्रा प्रभारी पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने बताया कि ये 7 यात्राएं प्रदेशभर में करीब 15 दिन में 11 हजार 400 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस दौरान यात्राएं प्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगी। इसका नेतृत्व अलग अलग स्थानों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता करेंगे। इस यात्रा का लक्ष्य है कि प्रदेश की जनता को गुमराह करने और डराने की राजनीति से जनता को सावधान किया जाएगा।

बदहाली और बर्बादी के खिलाफ जन आक्रोश

पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने कहा आज मध्यप्रदेश के कोने-कोने से कानों में जन आक्रोश का स्वर सुनाई दे रहा है। बस जनता की इसी आवाज़ को सुनकर हम जनाक्रोश यात्रा का आगाज़ कर रहे हैं। जहां शिवराज राज के खि़लाफ़ जनता में आक्रोश है तो दूसरी ओर कांग्रेस व कमलनाथजी के प्रति जनता में जोश दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा मध्यप्रदेश की जनता में भयंकर जन आक्रोश क्यों व्याप्त हुआ ? क्योंकि शिवराज राज ने पहले तो किसानों की आमदनी कम कर दी। युवाओं के भविष्य को व्यापम और पटवारी परीक्षा घोटाले की भेंट चढ़ाकर उनके भविष्य की हत्या कर दी। क्योंकि हमारे आदिवासी भाइयों के मुँह पर भाजपा नेता द्वारा पेशाब करके न सिफऱ् उन्हें अपमानित किया गया बल्कि उनके 3 लाख 22 हजार आवास के पट्टे निरस्त करके उन्हें दरबदर भी कर दिया गया। क्योंकि पोषण आहार घोटाला करके कुपोषित बच्चों के निवाले पर डाका डाला गया।