सीएम की रेस में शिवराज-कमलनाथः तीन दिसंबर को तय होगा किसे सौंपी जनता ने सत्ता की चाबी 

स्वतंत्र समय, भोपाल
मध्य प्रदेश में 15वीं विधानसभा के लिए गत 17 नवंबर को मतदान हुआ। इस बार मतदान का प्रतिशत बीते दो चुनावों की तुलना में काफी अच्छा दर्ज किया गया। इस बार पिछले तीन विधानसभा चुनाव में हुए मतदान का रिकार्ड टूट गया। अब तक जारी आकड़ों के मुताबिक मतदाताओं ने करीब 75 प्रतिशत मतदान कर कीर्तिमान बनाया। भाजपा आलाकमान भले ही शिवराज सिंह चौहान का सीएम पद पर नवाजने की बात से परहेज करे फिर भी आमजन के बीच वह आज भी सीएम बनने के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं, वहीं कांग्रेस आलाकमान ने तो पहले से ही पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद देने के लिए घोषित कर चुकी है और उनके नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा गया। अभी तक प्रदेश में यह भी चर्चा है कि सीएम की रेस में मुख्य मुकाबला शिवराज और कमलनाथ के बीच ही माना जा रहा है।

बालाघाट की बैहर में 80.38 प्रतिशत मतदान

बालाघाट जिले के बैहर विधानसभा क्षेत्र में 80.38 प्रतिशत मतदान रहा, जो पिछले चुनाव में 80.72 था। इसी तरह लांजी में 75.07 प्रतिशत मतदाताओं वोट डाला, जबकि 2018 में यह 81.78 प्रतिशत था। अब जैसे-जैसे मतगणना की तारीख 3 दिसंबर नजदीक आती जा रही है।

कई दिग्गजों में भी उम्मीद

मप्र में पिछले तीन बार से भाजपा सत्ता पर काबिज है। 2018 में भले ही कांग्रेस जीतकर सत्ता में आई थी लेकिन डेढ़ साल बाद दोबारा भाजपा की सरकार बन गई थी।  मप्र में 17 नवंबर को मतदान के बाद बड़े-बड़े दिग्गजों का भाग्य मतदान पेटी में बंद हो गया है। भाजपा व कांग्रेस से शिवराज सिंह चौहान, कमल नाथ, कैलाश विजयवर्गीय, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, डॉ. गोविंद सिंह, रीति पाठक, राकेश सिंह जैसे कद्दावर नेताओं का भाग्य 3 तारीख को तय होगा।