सीएम के हाथों मिली अधूरे ब्रिज की सौगात

स्वतंत्र समय, कटनी

विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के पूर्व विकासकार्यों के लोकार्पण व भूमिपूजन की जल्दबाजी नेताओं को थी। लेकिन नेताओं की गुड बुक में शामिल होने के लिए कार्यों की संख्या बढ़ाने में अफसरों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। ऐसा ही मामला कटनी-दमोह रेलखंड में मझगवां रेलवे फाटक पर बने फ्लाईओवर का है। जिले के अफसरों ने अधूरे फ्लाइओवर का लोकार्पण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से छह अक्टूबर को वर्चुअली तो करा लिया लेकिन सप्ताह बीत जाने के बाद भी इस फ्लाइओवर से आवागमन शुरू नहीं हो सका है।जानकारी के अनुसार कटनी-बीना सेक्शन के रेल्वे किमी क्रमांक 1229/1-2 पर कटनी दमोह मार्ग में रेलवे क्रॉसिंग क्रमांक 112 पर आरओबी का निर्माण लागत 2936.55 लाख रुपए की लागत से किया गया है। निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग सेतु संभाग जबलपुर है। सेतु संभाग द्वारा ब्रिज का काम पूरा कर लिया गया है। क्रेश बैरियर लोकार्पण के समय ही बनाया गया है जो फिलहाल सूख रहा है। इसके बाद इस पर रंगाई-पुताई का कार्य होना शेष है। फ्लाइओवर से आवागमन शुरू न होने का प्रमुख कारण हाइटेंशन तार का रास्ते से न हटना है।

5.45 करोड़ लेकर भी 8 माह में नहीं हटा सके तार

सेतु विभाग के अफसरों का कहना है कि मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी को ब्रिज के दोनों ओर से पावर ग्रिड की ऊचाई बढ़ाने व शिफ्टिंग का कार्य दिया गया है। इसके एवज में 8 माह पूर्व 5.45 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है लेकिन कंपनी अब तक ब्रिज से हाइटेंशन तार नहीं हटा सकी है। कंपनी द्वारा फ्लाइओवर में कटनी की तरफ तो तार हटा दिए गए है। लेकिन दमोह की तरफ अबतक तार ब्रिज की सडक़ के ऊपर है।

नया टावर बना रहे, लेकिन काम दो सप्ताह से बंद

हाइटेंशन तार की ऊंचाई बढ़ाने के लिए मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी द्वारा नया टावर बनाया जा रहा है लेकिन वह अब तक आधा भी बनकर तैयार नहीं हुआ है। लापरवाही यह है कि करीब दो सप्ताह से यहां काम ठप पड़ा हुआ है। ऐसी स्थिति में कहा जा सकता है कि शहरवासियों को अभी लंबे समय तक इस ब्रिज की सुविधा नहीं मिल पाएगी।

ये हो रही आमजन को परेशानी- शहरवासी व कटनी-दमोह मार्ग पर स्थित जिले के आधा सैकड़ा से अधिक गांवों के लिए यहां से आवागमन करते है। हजारों लोग प्रतिदिन रेलवे फाटक बंद रहने व यहां पर जाम लगने का सामना करते है। लंबे अर्से से ब्रिज शुरू करने की मांग की जा रही है।

इनका कहना है

मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने बात करते हुए कहा की कंपनी के द्वारा पावर ग्रिड शिफ्टिंग का कार्य किया जा रहा है। दमोह की तरफ से कार्य शेष है, जिसे जल्द पूरा किया जाएगा। शिफ्टिंग में बिजली सप्लाई बधित होने के चलते किसानों सहित आमजन को परेशानी होती है, जिसके चलते कार्य में विलंब हुआ है।

पंकज यादव, एसडीओ

लोक निर्माण विभाग सेतु संभाग जबलपुर ने बात करते हुए कहा की हमारे द्वारा फ्लाइओवर का निर्माणकार्य पूर्ण कर लिया गया है। तार शिफ्टिंग व ऊंचाई बढ़ाने के लिए मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी को आठ माह पूर्व ही निर्धारित राशि का भुगतान कर दिया गया था। तार की ऊंचाई बढऩे के बाद भी फ्लाइओवर से आवागमन शुरू हो सकेगा। जानकारी के अनुसार दमोह की तरफ ब्रिज के ऊपर हाइटेंशन तार से हादसा होने का खतरा है। अफसरों ने बताया कि तार की ऊंचाई कम होने की वजह से ओवरलोड वाहन इसकी चपेट में आ सकते है, इसके चलते आवागमन शुरू कराना संभव नहीं है।

नरेंद्र शर्मा, कार्यपालन यंत्री