स्वतंत्र समय, सागर
मेयर इन काउंसिल की बैठक महापौर संगीता तिवारी की अध्यक्षता में, नगर निगम आयुक्त चंद्रशेखर शुक्ला, महापौर प्रतिनिधि सुशील तिवारी एवं समस्त एमआईसी सदस्यों की उपस्थिति में आयोजित की गई जिसमें विभिन्न विषयों पर चर्चा उपरांत निर्णय लिये गये। बैठक में प्रभारी सहायक आयुक्त एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि नगर निगम स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सफाई संरक्षक 25 सितम्बर से प्रदेशव्यापी कामबंद हड़ताल पर चले गये है। जिससे संपूर्ण शहर की सफाई व्यवस्था पूर्ण से प्रभावित हो गई है। बैठक में चर्चा उपरांत जनहित को दृष्टिगत रखते हुये निर्णय लिया गया कि नगर पालिक निगम सागर की सफाई व्यवस्था प्रभावित होने के कारण मप्र नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 की धारा 65 के अंतर्गत अत्यावश्यक सेवाओं के तहत् सफाई कार्य को अत्यावश्यक सेवा घोषित करने हेतु प्रस्ताव शासन को अतिशीघ्र भेजा जावे, जो सफाई कर्मचारी प्रदेशव्यापी कामबंद हड़ताल में शामिल 25 से 29 सितम्बर तक अनुपस्थित सफाई संरक्षकों का नो वर्क नो पे के आधार पर वेतन काटा जावे एवं जो कर्मचारी आगामी दिवसों में कामबंद हड़ताल में शामिल होंगे उनका अनुपस्थित दिनांक का वेतन काटा जावे। सफाई संरक्षक दैनिक वेतन भोगी/स्थायीकर्मी यदि हड़ताल में शामिल रहते हंै तो ऐंसे कर्मचारियों के विरूद्व अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावे। शहर की सफाई व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुये आवश्यकता अनुसार सफाई कार्य हेतु श्रमिक रखे जाने का निर्णय लिया गया।
बैठक में सिटी रोड एक्शन प्लान को स्वीकृति प्रदान की गई तथा प्रस्ताव को शीघ्र शासन को भेजने का निर्णय लिया गया। तिलकगंज वार्ड पुरानी गल्ला मंडी के पास स्थित मीट मार्केट के स्थान पर तैयार की गई चार मंजिला नई मार्केट की दुकानों के आवंटन हेतु कलेक्टर गार्डड लाईन के अनुसार आफसेट कीमत निर्धारित की गई। नगर निगम औषधालय कटरा वार्ड सागर के स्थान पर निर्मित व्यवसायिक दुकान क्रमांक 2 एवं 6 एवं प्रथम तल पर दुकान क्रमांक 1 निविदा समिति की अनुशंसा अनुसार उच्चतम ऑफर को स्वीकृति प्रदान गई। नगर निगम में कार्यरत, सेवानिवृत एवं फौत सफाई संरक्षक कर्मचारियों को पूर्व में 12 वर्ष एवं 24 वर्ष की सेवा पूर्ण होने पर क्रमोन्नत वेतनमान निगम परिषद प्रस्ताव संशोधित कर अतिरिक्त व्यय की जानकारी सहित अगली बैठक में रखे जाने का निर्णय लिया गया। राजवीनगर कालोनी, शिवाजीनगर वार्ड सागर में भूखण्ड के आवंटन में हुई अनियमितताओं के संबंध में गठित जांच समिति के प्रतिवेदन के संबंध में निर्णय लिया गया कि एमआईसी सदस्यों की समिति गठित कर जांच करायी जावे एवं जांच प्रतिवेदन अगली बैठक में रखा जाये।