स्वतंत्र समय, भोपाल
मध्य प्रदेश के शिक्षकों के लिए जल्द ही अच्छी खबर आने वाली है। इसकी वजह है उन्हें अब गर्मीयों की छुट्टीयों की जगह अर्जित अवकाश देने की तैयारी है। इससे प्रदेश के चार लाख शिक्षकों को सीधा फायदा होगा। इस संबंध में लोक शिक्षण के अधिकारियों व शिक्षक संगठनों के बीच सहमति बना ली गई है। इसे लागू करने से पहले विभाग को कैबिनेट की स्वीकृति लेनी होगी। माना जा रहा है कि सरकार इसको विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले लागू करना चाहती है।
इसकी वजह से माना जा रहा है कि अगली और अंतिम कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को लाया जा सकता है। दरअसल प्रदेश में दो माह की गर्मी की छुट्टी शिक्षकों को मिलती थीं। इनमें कटौती करते हुए यह अवकाश कम करते हुए चालीस दिन का कर दिया गया है। अहम बात यह है कि इन चालीस दिनों की छुट्टी में भी शिक्षकों से कई दूसरे तरह के काम कराए जाते हैं। इन कामों में विद्यार्थियों के प्रवेश की रूप रेखा, मध्यान्ह भोजन, प्रशिक्षण जैसे कई काम शामिल हैं। इसकी वजह से शिक्षकों को 40 दिनों की जगह एकाध हफ्ते की ही छुट्टी मिल पाती है।
ग्रीष्मकालीन अवकाश के अलावा शिक्षकों को साल भर में 10 अर्जित अवकाश, 3 ऑप्शनल अवकाश व 10 अन्य अवकाश मिलते हैं। यानी शिक्षकों को ग्रीष्मकालीन अवकाश के अलावा साल भर में कुल 26 छुट्टियां मिलती हैं। ग्रीष्मकालीन अवकाश में काम करवाने के कारण शिक्षक कई सालों से लगातार विरोध करते आ रहे हैं। इसे देखते हुए विभाग ग्रीष्मकालीन अवकाश को पूरी तरह से खत्म करने पर तैयार हो गया है। इसके एवज में विभाग शिक्षकों को साल भर में 30 अतिरिक्त अर्जित अवकाश देने जा रहा है। इसके अलावा साल भर मिलने वाली 26 छुट्टियां भी मिलती रहेंगी। यानि शिक्षकों को सालभर में कुल 56 दिन का अर्जित अवकाश मिल सकेगा।
तो भी 52 दिन पीछे रहेंगे शिक्षक
प्रदेश के शासकीय कर्मचारियों को अर्जित अवकाश के अलावा सप्ताह में शनिवार का अवकाश भी मिलता है। लेकिन शिक्षकों को यह अवकाश नही मिलता है। इसलिए शिक्षक इसके बाद भी शासकीय कर्मचारी सालभर में शनिवार की 52 छुट्टियों में पीछे रहेंगे।