स्वतंत्र समय, छतरपुर
जिला मुख्यालय से करीब सौ किमी दूर ग्राम सरवई में सरकारी पंप हाउस की जमीन में कब्जा कर अतिक्रमणकारियों ने विधिवत मकान बना लिया है। अतिक्रमणकारियों के सामने प्रशासन बेबस नजर आ रहा है। चर्चाएं तमाम तरह की चल रही है यदि वे चर्चाएं सही है तो अतिक्रमणकारी प्रशासन की सह पर कार्य कर रहा है लेकिन अगर चर्चाएं झूठी हैं तो फिर वह कौन सी परिस्थितियां है जिनके कारण प्रशासन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने में लाचार नजर आ रहा है। तहसीलदार द्वारा इस अवैध निर्माण कार्य के खिलाफ 7 नवंबर को आगामी आदेश तक के लिए स्थगन आदेश जारी किया था लेकिन पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता के कारण अतिक्रमणकारी ने शटर लगाकर अंदर ही अंदर निर्माण कार्य को जारी रखा है।
क्या है मामला
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के लवकुशनगर में पदस्थ सहायक यंत्री की ओर से नायब तहसीलदार सरवई को आवेदन दिया था कि दीपू पुत्र राममिलन पाण्डेय निवासी सरवई ने पंप हाउस की भूमि पर जबरन कब्जा कराकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। पंप हाउस की खाली पड़ी भूमि पर हो रहे कब्जे को तुरंत रोका जाए। 100 वर्गफिट में पंप हाउस निर्मित है। वहीं करीब साढ़े 400 स्कायवर फिट जमीन खाली पड़ी है। इसी जमीन पर कब्जा कर जबरन निर्माण कार्य किया गया है। नायब तहसीलदार ने 7 नवंबर को स्थगन आदेश जारी कर सरवई थाना प्रभारी को निर्देशित किया था कि मौके पर जाकर तत्काल निर्माण कार्य रोके लेकिन पुलिस पूरी तरह से निष्क्रिय रही।
इनका कहना है
मैं अभी बाहर हूं फिर भी पंप हाउस की जमीन पर स्थगन के बाद भी निर्माण कार्य किए जाने की जानकारी ले रहा हूं।
-देवेंद्र चौधरी, एसडीएम गौरिहार