अवैध कार्यालय government office है या कमाई के अड्डे…कोई नहीं दे रहा ध्यान

स्वतंत्र समय, सिरोंज

मध्य प्रदेश शासन द्वारा सरकारी कार्यालयों ( government office ) पर करोड़ों रुपए प्रति वर्ष खर्च किए जाते हैं जिन विभागों पर सरकारी भवन नहीं है वहा भी शासन किराए के भवन सरकारी खर्चे पर नियमानुसार संचालन करती है। सरकारी काम पूर्ण रूप से इन्ही सरकारी कार्यालयों में किया जाए ऐसी अपेक्षा और विश्वास सरकार द्वारा अपने कर्मचारियों पर किया जाता है ज्यादा आवश्यक होने पर ही सरकारी फाइलों को अधिकारी कर्मचारी किसी निजी स्थानों और अपने घर पर विभागीय जानकारी के उपरांत ही ले जाने का प्रावधान है।

सिरोंज विकासखंड में ऐसे निजी government office खुले हुए हैं

सिरोंज विकासखंड में अनेक ऐसे निजी तौर पर सरकारी कार्यालय ( government office ) खुले हुए हैं जहां पर शासकीय कर्मचारी निजी तौर पर शासकीय काम करने के लिए संबंधित सरपंच और हितग्राहियों को लाभान्वित करते हैं ।यह कर्मचारी इन निजी कार्यालयो पर ही सरकारी फाइलो संबंधित पंचायत सरपंचों रोजगार सहायको के साथ रात में भी काम करते दिखाई देते है इसकी इन्हे अलग से शासन की ओर से कोई प्रोत्साहन राशि नहीं दी जाती ना ही अलग से किसी प्रकार का कार्यालयों के लिए अलग से किराए या अन्य खर्च दिया जाता फिर भी वह सरकारी कर्मचारि इन ऑफिसों मे अतिरिक्त समय निकालकर काम करते हैं जो अपने विभागीय समय में अपने मूल सरकारी कार्यालयो में कभी कभार ही मिल पाते हैं ओर काम करने के स्थान पर चाय और अन्य गुफ्तगू मे समय निकालते देखे जाते हैं। किसान मजदूर संघ के तहसील अध्यक्ष राकेश कुशवाह बताते हैं कि सरकारी कार्यालयों में काम करने की बजाए यह कर्मचारी निजी कार्यालयों में हितग्राहियों और किसानों का काम निपटाने में ज्यादा रुचि रखते हैं क्योंकि इन्हें निजी ऑफिसों में भ्रष्टाचार करने पर पकड़े जाने का कोई जोखिम नहीं होता। निजी दफ्तरों में कैमरा लेकर कोई जाता भी है तो उसे अंदर नही आने दिया जाता क्योंकि वो उनकी निजता के अधिकार का हनन माना जाता है। परंतु वही दूसरी ओर ज्यादातर सरकारी कार्यालयों में इस तरह की रोक टोक नहीं होती वहा हमेशा वीडियो ऑडियो टेप रिकॉर्डिंग का भय इन कर्मचारियों को बना रहता है। सिरोंज विकासखंड में राजस्व विभाग के पटवारी जनपद पंचायत में पदस्थ इंजीनियर पंचायत सचिव रोजगार सहायक नगरपालिका के इंजीनियर और अन्य जो फील्ड पर जिनकी तैनाती है ऐसे कर्मचारियों द्वारा निजी कार्यालय बनाए गए हैं जिनमे अनाधिकृत लाभ पहुंचाया जाता है।

अवैध है यह निजी government office

इस तरह के सरकारी कार्यालय ( government office ) जो कर्मचारियों द्वारा कमाई की नियत से बनाए गए हैं उन्हें कतई वैध नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि इनमें खुले तौर पर ही भ्रष्टाचार होता । ऐसा देखने में आया है कि जो कर्मचारी अपने विभागीय समय में अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं रहते वही कर्मचारी अपने निजी कार्यालय में सुबह 7 बजे से देर रात को 10 बजे तक काम करते हैं। सिरोंज विकासखंड में ज्यादातर निरीक्षण से संबंधित अधिकारियों द्वारा देर रात तक अपने कार्यालय में काम किया जा रहा है और इन पर किसी प्रकार की निगरानी भी नहीं है। आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी से तथ्य सामने आए हैं कि पटवारी सहायक उपयंत्री जनपद सिरोंज रोजगार सहायक आदि अनेक ऐसे विभागीय कर्मचारी हैं जिन्होंने अपने निजी और अवैध कार्यालय बनाए हैं लेकिन उनके निजी कार्यालय संबंधित कोई जानकारी इनके किसी सक्षम अधिकारी के पास रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है।

पंचायत स्तर पर है जो कार्यालय वो खा रहे हैं धूल

स्वास्थ्य विभाग का भवन हो या पंचायत भवन ।पटवारी हो पंचायत सचिव या रोजगार सहायक जिनके भी पंचायत स्तर पर कार्यालय हैं उन्हे नियम अनुसार उन कार्यालय पर बैठना चाहिए लेकिन संबंधित कर्मचारी महीने में एक दो बार ही पंचायत मुख्यालय पर पहुंचता है। शान द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत भवन स्वास्थ्य विभाग की बिल्डिंग एवं अनेक ऐसे विभागीय कार्यालय बनाए हैं क्षेत्र के ज्यादातर ग्रामीण सरकारी कार्यालय की स्थिति यह है कि वहां महीनो तक झाड़ू भी नहीं लगती है। पंचायत भवन हो या उप स्वास्थ केंद्र पदस्थ कर्मचारी की अनदेखी इन सरकारी भवनों को जर्जर बनाने पर तुले हुए हैं।

पटवारियों द्वारा निजी कार्यालयो में किसी को आहुत नहीं किया जा सकता। जनपद के इंजीनियर जनपद में काम करे सरपंचों को निजी कार्यालय में फ़ाइल लेकर नही बुला सकते। ग्राम पंचायत स्तर पर जो कार्यालय बने हैं वहां काम करना चाहिए।
-हर्षल चौधरी, एसडीएम, सिरोंज