आज हो सकता है फैसला : जिले में कितने विधायकों को मिलेगा मंत्री पद, पुराने होंगे रिपीट या नए को मिलेगा मौका

स्वतंत्र समय, सागर

लोकसभा की तैयारियों को लेकर पार्टी अपना अलग ही नजरिया बनाए हुए है। इसी साब से विधायकों को मंत्री बनाने की योजना भी पार्टी बना रही है। राजनैतिक जानकारों की मानें तो भाजपा इस बार ऐंसे नाम मंत्री पद के लिए दे रही है जिनसे कई वर्गों को साधा जा सके। खासतौर से पार्टी ऐंसे चेहरों पर विचार कर रही है जो निर्विवाद हों। छत्तीसगढ़ में भी मंत्री मंडल इस तरह का बनाया गया जिनमें लगभग सभी नए चेहरे हैं। हो सकता है कि प्रदेश में कुछ इसी तरह का मंत्री मंडल गठित कर पार्टी सबको चौंका दे। सागर के मामले में राजनैतिक सूत्रों का कहना है कि हो सकता है पं. गोपाल भार्गव को मंत्री पद से बड़ी जिम्मेदारी पार्टी दे। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह के खेमे के विधायकों को मंत्री पद मिलने की संभावना है। वहीं नए चेहरों को लेकर भी पार्टी विचार कर सकती है।

पं. गोपाल भार्गवः

पंडित गोपाल भार्गव जिले में भारतीय जनता पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में आते हैं जिन्हें लंबी राजनीती का अनुभव है। लगातार 9वीं बार रहली विधानसभा क्षेत्र से भारी मतों से विजय प्राप्त कर अपना विश्वास बरकरार रखा।

विशेषताः क्षेत्र की जनता के बीच अच्छी पकड़ के साथ ही भाजपा में विशेष स्थान रखते हैं। पार्टी के सभी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं में गोपाल भार्गव की निर्विवादित छवि है।

कमजोरीः रहली विधानसभा क्षेत्र पर खास फोकस रहता है, प्रदेश की राजनीति में कम दखल रखते हैं। किसी खेमे विशेष से संबंध नहीं रखते

भूपेंद्र सिंहः

जिले सहित प्रदेश की राजनीती में भूपेंद्र सिंह एक जाना-माना नाम है जो गृह मंत्री जैंसे महत्वपूर्ण मंत्रालय को निर्विवाद चलाते रहे हैं। सांसद तथा विधायक का चुनाव लड़ चुके एवं राजनीती में अच्छा खासा अनुभव रखते हैं। इनकी सूझबूझ पर पार्टी बहुत भरोसा करती है और अक्सर बड़ी जिम्मेदारी देती है।

विशेषताः वैंसे तो भूपेंद्र सिंह सभी वर्गों के बीच अच्छी पकड़ रखते हैं लेकिन युवाओं में इनकी लोकप्रियता सर्वाधिक है। जिले की सभी विधानसभाओं में समर्थकों का समूह है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खास माने जाते हैं।

कमजोरीः सभी विधानसभाओं में दखल तथा अपनी ही पार्टी के नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों में घिरे रहते हैं।

गोविंद सिंह राजपूतः

कांग्रेस से भाजपा में आए गोविंद सिंह राजपूत सुरखी विधानसभा क्षेत्र में खासी पकड़ रखते हैं। इनका पूरा परिवार सुरखी विधानसभा क्षेत्र में कार्य करता है। सत्ता तथा विपक्ष में रहने का अच्छा खासा अनुभव है।

विशेषताः केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास माने जाते हैं। भाजपा में सभी नेताओं के साथ अच्छा तालमेल है।

कमजोरीः क्षेत्र में परिवारवाद के आरोप सहित पार्टी के नेताओं द्वारा भेदभाव जैंसे आरोप लगाए गए।

शैलेंद्र जैनः

सागर विधानसभा क्षेत्र से लगातार चौथी बार विधायक का चुनाव बड़े अंतर से जीते। पार्टी के प्रति समर्पित नेता हैं। पार्टी में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए आगे बढ़े।

विशेषताः शैलेंद्र जैन हर वर्ग के बीच अच्छी पकड़ रखते हैं। सभी वरिष्ठ नेताओं से अच्छे संबंध हैं। अपनी मिलनसार तथा हंसमुख स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। कैलाश विजयवर्गीय के करीब माने जाते हैं।

कमजोरीः प्रदेश स्तर की राजनीती में कम दिलचस्पी। विकास कार्यों को लेकर समर्थकों को उपकृत करने के आरोपों में घिरे रहते हैं।

प्रदीप लारियाः

नरयावली विधानसभा क्षेत्र से लगातार चौथी बार विधायक बने। पार्षद से लेकर विधायक तक का सफर सफलतापूर्वक तय किया। प्रदेश स्तर की राजनीती में भी सक्रिय रहे। संगठन द्वारा महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वाह किया।

विशेषताः प्रदीप लारिया अपनी सरलता और सहजता के लिए जाने जाते हैं। एससी वर्ग का बड़ा चेहरा हैं। संगठन तथा पार्टी के सभी नेताओं से अच्छा तालमेल।

कमजोरीः अपने समर्थकों को उपकृत करने के आरोप लगते रहते हैं। साथ ही नरयावली विधानसभा क्षेत्र में धार्मांतरण के मामले में लगातार बढ़ोत्तरी।