स्वतंत्र समय, ग्वालियर
व्यापार मेला में हर साल लगने वाली आतिशबाजी दुकानों को लेकर इस बार घपलेबाजी सामने आई है। हर साल मेला में जितनी संख्या में दुकानें लगतीं हैं, उससे कहीं ज्यादा संख्या में अस्थाई लाइसेंसधारकों ने नवीनीकरण के लिए शपथ पत्र दे दिए हैं, जिसमें लिखकर दिया है कि उन्होंने पिछली साल भी दुकानें लगाईं थीं। इस मामले की शिकायत जिला प्रशासन से होने के बाद सोमवार को कलेक्ट्रेट में लाइसेंस नवीनीकरण के लिए होने वाली लाटरी को होल्ड कर दिया गया है। एसडीएम मुरार की ओर से इसकी जांच के लिए मेला प्राधिकरण की रसीद, फायर बिग्रेड की रसीद व नगर निगम से रिकार्ड मंगवाया गया है, जिससे स्थिति साफ हो सके। पिछले साल 2022 में 205 दुकानें लगाईं गईं थी और इससे पहले 268 दुकानें लगीं थीं। वहीं आतिशबाजी फुटकर संघ ने मेला मैदान में दुकानों लगाने के लिए भूमिपूजन किया।
बता दें कि हर साल मेला में आतिशबाजी की अस्थाई दुकानें लगाई जातीं हैं और अब वर्तमान में अस्थाई आतिशबाजी लाइसेंसों की संख्या 390 है। 2007 में मेला मैदान में आतिशबाजी दुकानों में भीषण अग्निकांड हो गया था, उस समय 550 लाइसेंस जारी किए गए थे। इसी कारण प्रशासन धीरे-धीरे दुकानों की संख्या को कम करने के लिए लाइसेंस घटाता चला गया। औसतन मेला में दो सौ के लगभग दुकानें लगतीं हैं। पिछले साल तत्कालीन एसडीएम की ओर से चालीस लाइसेंस जारी किए गए थे। इस साल अब नवीन लाइसेंस एक भी जारी नहीं किया जा रहा है, लेकिन आवेदन आनलाइन पहुंचे हैं। मेला प्राधिकरण की ओर से मेला सचिव ने मुरार एसडीएम को जानकारी भेजी है, जिसमें वर्ष 2021 में 268 कुल आवेदन, 2022 में कुल आवेदन 205 बताया गया है। वहीं मेला कार्यालय द्वारा काटी गई रसीद के आंकड़ों में 2021 में 268 रसीद व 2022 में 205 रसीद काटना बताया गया है।