स्वतंत्र समय, महाराजपुर
शनिवार की सुबह महाराजपुर में उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक युवक सुबह के वक्त घने कोहरे के बीच आत्महत्या करने के लिए मोबाइल टॉवर पर चढ़ गया। युवक का कहना था कि उसे महाराजपुर पुलिस द्वारा बेवजह प्रताडि़त किया जा रहा है जिस कारण से वह आत्महत्या करने के लिए मजबूर है। करीब 4 घंटे तक युवक टॉवर पर चढक़र हंगामा करता रहा और बाद में बड़ी मशक्कत के बाद उसे सकुशल नीचे उतार लिया गया।
पुलिस विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में महाराजपुर थाना के तीन आरक्षकों को लाइन अटैच किया है। टॉवर पर चढ़े महाराजपुर निवासी भरत चौरसिया का कहना था कि महाराजपुर पुलिस ने उसके साथ बेवजह मारपीट की है और उससे खाली कागज में हस्ताक्षर कराकर फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी है। मौके पर मौजूद महाराजपुर टीआई सुरभि शर्मा एवं पुलिस बल टॉवर पर चढ़े भरत चौरसिया को मनाने का प्रयास करती रही, वहीं भरत हाथ में ज्वलनशील पदार्थ लिए आत्महत्या करने की धमकी देता रहा।
भरत चौरसिया के बच्चों ने बीती रात पुलिस द्वारा भरत को पकडक़र ले जाने और उसे पीटने के आरोप मीडिया के सामने लगाए। करीब 4 घंटे तक यह हंगामा चलता रहा, बाद में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष अवनीन्द्र पटैरिया की समझाइश पर भरत चौरसिया नीचे उतरा। खजुराहो एसडीओपी सलिल शर्मा ने पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में महाराजपुर थाना के आरक्षक ब्रजेश मिश्रा, जगभान अहिरवार और जयकुमार सूत्रकार को इस मामले में लाइन अटैच किया है।
यह है पूरा घटनाक्रम
प्राप्त जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों महाराजपुर में सट्टा-जुआ का अवैध कारोबार संचालित करने वाले लोगों के बीच विवाद हुआ था, जिसमें पुलिस ने महाराजपुर निवासी दीपक चौरसिया उर्फ भूरे तथा शनि कठैल के विरुद्ध धारा 327, 294, 323, 506, 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू की थी। बीती शाम पुलिस दीपक चौरसिया के निवास पर उसे पकडऩे पहुंची जहां दीपक के चाचा भरत चौरसिया के साथ पुलिस ने गाली-गलौज करते हुए अभद्रता कर दी। इतना ही नहीं पुलिस यहीं से भरत को बिना किसी दोष के घसीटते हुए थाने ले गई थी। भरत चौरसिया की पुत्री का आरोप है कि पुलिस ने उसके पिता को थाने में बेरहमी से पीटा। इसी प्रताडऩा के बाद भरत चौरसिया शनिवार की सुबह आत्महत्या करने के लिए मोबाइल टॉवर पर चढ़ गया।