स्वतंत्र समय, छतरपुर
एमपी अजब है सबसे गजब है। आमतौर पर आपने आयकर विभाग द्वारा छापेमार कार्यवाहियों की चर्चा सुनी होगी लेकिन प्रदेश के छतरपुर शहर में बुधवार को उल्टी स्थिति निर्मित हो गई। यहां आयकर विभाग में ही न्यायालय के कुछ कर्मचारियों के द्वारा धावा बोल दिया गया। न्यायालय द्वारा कार्यालय की बिल्डिंग को खाली करने संबंधी एक कथित आदेश का हवाला देते हुए बिल्डिंग के मालिक और न्यायालय के वकील अचानक यहां पहुंचे और बिल्डिंग को खाली कराने के लिए विभाग का सामान बाहर निकालने लगे। अचानक हुई इस कार्यवाही से विभाग के अधिकारी भी हतप्रभ रह गए। लगभग दो घंटे तक यहां विवाद की स्थिति बनी रही।
जानकारी के मुताबिक शहर के न्यू कॉलोनी क्षेत्र में स्थित आयकर विभाग की एक बिल्डिंग पिछले कई वर्षों से न्यायालय में चल रहे विवाद का हिस्सा है।
यहां बिल्डिंग हटवारा क्षेत्र में रहने वाले स्व. गोपालचन्द्र अग्रवाल, उनके बेटे रविन्द्र अग्रवाल, पवित्र अग्रवाल और स्वप्रिल अग्रवाल की बताई गई है। स्वप्रिल अग्रवाल का कहना है कि इस बिल्डिंग पर आयकर विभाग किराए की आड़ में 41 साल से कब्जा किए है जब हमने बिल्डिंग खाली कराने के लिए न्यायालय का सहारा लिया तो छतरपुर न्यायालय ने इस बिल्डिंग को खाली करने के आदेश 2008 में दे दिए थे लेकिन फिर आयकर विभाग इस मामले को लेकर हाईकोर्ट चला गया। हाईकोर्ट से इस मामले में स्थगन आदेश जारी हुआ जो दो महीने पहले हट गया है। अब छतरपुर न्यायालय के आदेश पर इस बिल्डिंग को खाली कराने के लिए कब्जा वारंट जारी किया गया है। बुधवार को हमारे वकील तथा न्यायालय के कर्मचारी इस बिल्डिंग को खाली कराने पहुंचे तो आयकर अधिकारी हमसे उलझने लगे। उधर आयकर अधिकारी इरफान खान ने कहा कि हमें बिल्डिंग खाली करने का कोई नोटिस नहीं मिला है जो वारंट दिखाया जा रहा है उसमें 26 तारीख की पेशी है। अचानक से बिल्डिंग को खाली कराया जा रहा है, हम शहर की गोपनीय जानकारियां, महत्वपूर्ण फाइलें और ऑफिस का सामान लेकर कहां जाएंगे।
इनका कहना है
हमें कोई नोटिस नहीं दिया गया, अचानक से अग्रवाल परिवार के कुछ लोग भीड़ लेकर हमारा सामान बाहर फेंकने लगे। हम इस मामले में पुलिस की मदद लेंगे।
-इरफान खान, आयकर अधिकारी, छतरपुर