इंदौर नाइट कल्चर पर मंत्री उषा ठाकुर ने उठाई आवाज, कहा- रात 10 बजे बाद मार-मार कर घर पहुंचा दो

Night Culture in Indore: मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी और देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में जाने जाने वाला इंदौर नाइट कल्चर को लेकर पिछले लंबे समय से काफी ज्यादा चर्चा में बना हुआ है। शहर के जनप्रतिनिधि भी नाइट कल्चर पर दोबारा विचार करने को लेकर पत्र भी लिख चुके हैं। ऐसे में अब पर्यटन व संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने नाइट कल्चर पर आपत्ति जताई है।

बता दें कि, इंदौर से जुड़े अब तक ऐसे कई वीडियो सामने आ चुके हैं, जिसके बाद अब एक बार फिर नाइट कल्चर को लेकर विचार किया जा रहा है मंत्री उषा ठाकुर से पहले महापौर भी नानाइट कल्चर को लेकर अपनी तरफ से पुनर्विचार के लिए पत्र लिख चुके हैं। बता दें कि, प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान द्वारा नाइट कल्चर को हरी झंडी दी गई थी।

हाल ही में नाइट कल्चर को लेकर मंत्री उषा ठाकुर ने कहा है कि रात के 10:00 बजे बाद जो भी सड़क पर दिखे उसे मार मार कर घर पहुंचना चाहिए। मंत्री ठाकुर ने कहा कि इंदौर देवी अहिल्या की नगरी है, जो संस्कृति और अध्यात्म के लिए पहचानी जाती हैं। बच्चे जिस प्रकार से सारी सीमाओं का उल्लंघन कर रहे हैं, यह उनके जीवन के साथ समाज और अभिभावकों के लिए भी दु:खदायी है।

हमें इस तरह के नाइट कल्चर से मुक्ति पाना है। यह मैकाले की शिक्षा पद्धति का दुष्प्रभाव है, ऐसे में बच्चे एकदम संत और साध्वी तो नहीं बन सके, लेकिन उन्हें रात दस बजे बाद मार-मार कर घर पहुंचाना जरूरी है। जब से इंदौर में नाइट कलर की शुरुआत हुई है उसके बाद से नाइट में अपराधों के मामलों का ग्राफ काफी ज्यादा बढ़ चुका है। ऐसे में एक बार फिर नाइट कलर पर पुनर्विचार को लेकर चैन प्रतिनिधि अपनी अपनी राय रख रहे हैं।