स्वतंत्र समय, गाडरवारा
नरसिंहपुर जिले की गाडरवारा तहसील से महज 10 किमी की दूरी पर स्थित वनांचल ग्राम मोहपानी गोटिटोरिया के नजदीक स्थित छोटा जबलपुर अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिये विख्यात है। बचपन में किताबों में पढ़ा था, सतपुड़ा के घने जंगल उंघते अनमने जंगल…….. सतपुड़ा के जंगलों के बीच में स्थित यह पर्यटक स्थल बेहद मनोहारी है और यहां पर पर्यटक अपने परिवार के साथ पहुंचकर सुंदर चट्टानों, लहलहाते वृक्षों एवं झर-झर करते झरनों का आनंद उठाने पहुंचते हैं। काफी समय से छोटा जबलपुर को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की मांग चली आ रही थी, जो अब पूरी हो गई है और यहां पर अब पर्यटकों की सुविधाओं के लिये मनोरंजन के साधन सहित विकास के कार्य प्रारंभ हो गये हैं। वनविभाग अधिकारियों एवं ग्राम वन समिति मल्फी की निगरानी में ईको पर्यटन केन्द्र छोटा जबलपुर नाम दिया गया है। यहां पर पर्यटकों के मनोरंजन एवं सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी और यह कार्य सतत् रूप से जारी है।
ईको पर्यटन केन्द्र के लिये एनटीपीसी ने दिये 80 लाख
लहलहाते घने वृक्षों के बीच स्थित छोटा जबलपुर को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिये गाडरवारा सुपर थर्मल पॉवर प्लांट एनटीपीसी द्वारा 80 लाख की राषि प्रदान की गई है। यह राषि वनग्राम समिति मल्फी को प्रदान की गई है, इस राषि से वनविभाग एवं समिति द्वारा यहां पर आने वाले पर्यटकों की सुविधाओं, उनके मनोरंजन के साधन उपलब्ध कराने एवं अधिक सुंदर बनाने के लिये उपयोग की जाएगी।
नए साल में रहेगी भीड़
आगामी 31 दिसम्बर एवं 1 जनवरी को यहां पर लोग अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिये पहुंचते हैं, इस बार काफी सुविधाएं एवं वनविभाग के अधिकारियों की निगरानी रहेगी। यहां पर प्रवेष के लिये भी अब शुल्क रखा गया हैं। छोटा जबलपुर में प्रवेष के लिये 10 रूपये शुल्क रखा गया है। इसके साथ ही प्रवेष के पूर्व पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है। जिसमें पार्किंग शुल्क भी वाहन मालिक को देना पडेगा
आधुनिक मनोरंजन के साधन उपलब्ध
प्रस्तावित ईको पर्यटन केन्द्र छोटा जबलपुर में साहसिक गतिविधियां मनोरंजन के साधन सषुल्क उपलब्ध कराये जाएंगे। जिसमें जिप लाईन, पोल वॉक, बर्मा ब्रिज, टॉयर वॉक आदि सुविधाएं उपलब्ध कराने की तैयारियां चल रही हैं। ईको पर्यटन केन्द्र छोटा जबलपुर में प्रवेष का समय सुबह 9 बजे से सायं 5.30 तक रखा गया है। सारी व्यवस्थाओं का संचालन वन विभाग की निगरानी में ग्राम वन समिति मल्फी द्वारा किया जा रहा है।