एसएएफ के हेड कॉन्स्टेबल ने की कॉन्स्टेबल बेटे की हत्या

 स्वतंत्र समय, ग्वालियर

एसएएफ (विशेष सशस्त्र बल) के हेड कॉन्स्टेबल ने एसएएफ में ही पदस्थ कॉन्स्टेबल बेटे की हत्या कर दी। इस मर्डर में उसका साथ छोटे बेटे ने भी दिया। बाद में पिता ने छोटे बेटे और उसके दोस्त से शव फिंकवा दिया। घटना बुधवार देर रात की है। जवान का शव 13 बटालियन एसएएफ की बाउंड्री के पास झाडिय़ों में मिला। गुरुवार को पुलिस ने आरोपी पिता, छोटे बेटे और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर एफआईआर की है। 32 साल का बेटा शादी कराने का कहकर परिवार में झगड़ा करता था। शराब पीने के आदी होने की वजह से परिवार उसकी शादी कराने के लिए आगे नहीं बढ़ रहा था। आरोपी पिता सुखवीर राजावत ग्वालियर में एसएएफ की 13 बटालियन में प्रधान आरक्षक है। हत्या सरकारी क्वार्टर में हुई। बेटा अनुराग राजावत भोपाल एसएएफ में आरक्षक (चालक ) के पद पर पदस्थ था।

गश्त पर पुलिस को देख भागे

एडिशनल एसपी अमृत मीणा ने बताया कि बुधवार रात 1.30 बजे पुलिस गश्त पर थी, तभी गिरवाई थाना क्षेत्र में एक बाइक पर तीन लोग जाते दिखाई दिए। पुलिस ने जब टोका तो इन लोगों ने गाड़ी आगे बढ़ा दी। थोड़ी देर बाद बाइक फिर लौटी तो तीसरा व्यक्ति नहीं था। पुलिस ने शक होने पर जांच शुरू कर दी। कुछ दूर जाकर 13 बटालियन एसएएफ की बाउंड्री के पास झाडिय़ों में पुलिस को एक डेड बॉडी पड़ी दिखाई दी। शव अकड़ चुका था। हाथ-पैर में रस्सी से बांधे जाने के निशान थे। सिर में चोट थी। पुलिस ने आरोपी पिता सुखवीर राजावत, छोटे बेटे गोविंद और उसके दोस्त भीमसिंह परिहार निवासी माधौगंज को हिरासत में लेकर पूछताछ की। हकीकत सामने आने पर केस दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया।

तीन दिन पहले भोपाल से आया था ग्वालियर

अनुराग तीन दिन पहले भोपाल से ग्वालियर आया था। मां रेखा राजावत 15 दिन पहले भोपाल में किसी रिश्तेदार के यहां गई हुई थीं। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि घटना से पहले पिता – पुत्र में सरकारी आवास में झगड़ा हुआ था। वह स्मैक और शराब का नशा करता था। शादी नहीं होने की बात पर अक्सर परिवार वालों से झगड़ा था। बुधवार को भी इसी बात पर वह झगड़ रहा था। अपनी शादी नहीं होने का दोष माता-पिता को दे रहा था। पिता सुखवीर का कहना है कि बेटा नशा करता था, इसलिए उसकी शादी कराने का विचार नहीं बनाया।