स्वतंत्र समय, सागर
विगत दिवस मकरोनिया स्थित राय अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन गैस सिलैंडर फटने से मृत हुए रविन्द्र कोरी के परिजनों ने शुक्रवार को मृतक का शव रख कर खुरई रोड स्थित गल्ला मंडी पर चक्काजाम कर दिया। परिजनों का कहना था कि अब उनके घर में कमाने वाला कोई नहीं है। मृतक के छोटे छोटे बच्चे हैं। उनके पास अब आय का कोई जरिया नहीं बचा है। सुबह करीब 11 बजे शुरू हुए चक्काजाम को लेकर खुरई रोड पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। स्कूली बसें भी चक्काजाम के कारण फंसी रही। मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस बल पहुंचा। मृतक के परिजन और उनकी पत्नी का कहना था कि उन्हें राय अस्पताल प्रबंधन के माध्यम से 1 करोड़ की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। मृतक की पत्नी को अस्पताल में 15 हजार प्रति माह के वेतन पर नौकरी पर रखा जाए। उन्हें नौकरी से तब तक बाहर नहीं किया जाए। जब तक उनके बच्चे बालिग न हो जाए। साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्यवाही
की जाए।
लगातार समझाइश के बाद भी मृतक के परिजन चक्काजाम से नहीं हटे। जिसको लेकर पुलिस बल तैनात किया गया। करीब 6 घंटे तक चले चक्काजाम को लेकर परिजन राय अस्पताल प्रबंधन एवं जिले के प्रशासनिक अधिकारी को बुलाने की भी मांग कर रहे थे। जिसके बाद मौके पर अपर कलेक्टर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसडीएम, तहसीलदार पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिजनों को हरसंभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया साथ ही उन्हें जिला स्तर पर मिलने वाली आर्थिक सहायता दिलाने की बात कही। तब कही जाकर परिजनों ने चक्काजाम बंद किया।चक्काजाम कर रहे परिजन, मृतक की पत्नी और बच्चे इस घटना को लेकर गुस्से में थे। उनका कहना था कि कोरोनाकाल में मृतक राविन्द्र ने ऑक्सीजन गैस सिलेंडर सप्लाई कर कई लोगों की जान बचाई। उसी आक्सीजन सिलेंडर ने उसकी जान ले ली। उन्होंने बताया कि मृतक अपने पिकअप वाहन से ऑक्सीजन सिलेंडर तीन चार अस्पतालों में सप्लाई करता था। इस मामले को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सिन्हा ने बताया कि खुरई रोड स्थित गल्ला मंडी पर हुए चक्काजाम को लेकर मौके पर अधिकारी पहुंचे थे। जहां मृतक के परिजनों को जिला स्तर से आर्थिक उपलब्ध कराने के साथ ही हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। जिसके बाद चक्काजाम बंद हुआ। उन्होंने कहा कि वाहनों में हुई तोडफ़ोड़ को लेकर अगर शिकायत आती है तो जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।