कमजोर महिलाओं को मिलता हैं मौका, खड़गे के इस बयान पर भड़कीं निर्मला सीतारमण

महिला आरक्षण बिल 19 सितंबर यानी कि आज मोदी सरकार ने ‘नारी शक्ति वंदन’ के नाम से लोकसभा में पेश कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी प्रतिक्रिया दी।

खड़गे के इस बयान पर मचा हंगामा

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को कहा कि महिला आरक्षण विधेयक 2010 में ही पारित हो चुका है। हालांकि उनके इस भाषण पर सदन में जमकर घमासान हुआ। जब खड़गे ने कहा कि महिलाओं की बात होती है, तो पार्टियां कमजोर को ही मौका देती है, ऐसी महिलाओं को अवसर नहीं मिलता जो सशक्त होती है और अपनी बात को मजबूती से रखना जानती हैं। खरगे के इस बयान पर हंगामे की नौबत आ गई।

 

निर्मला सीतारमन ने खड़गे को दिया जवाब

मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब देते हुए कहा, कि “हम विपक्ष के नेता का सम्मान करते हैं। लेकिन यह बयान देना कि सभी पार्टियों ऐसी महिलाओं को चुनती है जो कमजोर होती हैं या जो प्रभावी नहीं है। यह बिल्कुल अस्वीकार्य है। यहां तक कि आपकी पार्टी की तो मुखिया भी लंबे समय तक एक महिला ही रही है तो क्या वह कमजोर महिला थी। इस तरह महिलाओं के बारे में बात करना सही नहीं है। हम सभी महिलाओं को हमारी पार्टी, हमारे पीएम ने सशक्त बनाया है।”