कांग्रेस नेताओं और जिला पंचायत सदस्यों ने टिकट वितरण पर उठाए सवाल, निर्दलीय नामांकन भरने का ऐलान

स्वतंत्र समय, खंडवा /मांधाता
मयंक पाराशर। पंधाना विस में टिकट वितरण को लेकर भाजपा के बाद अब कांग्रेस में भी विरोध तेज हो गया है। क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं और जिपं सदस्यों ने पार्टी पर परिवार वाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। टिकट वितरण से नाराज तीन जिपं सदस्य व कांग्रेस नेता मंगलवार को खुलकर सामने आए और टिकट बदलने की मांग की।

 मांधाता और पंधाना में परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप

पार्टी द्वारा निर्णय नहीं लेने पर तीन में से एक जिपं सदस्य निर्दलीय मैदान में उतरेगा। वही पंधाना मैं आशाराम ठाकुर, पंकज वर्मा अधिवक्ता मनोज भरतकर टिकट को लेकर सवाल उठाये है। जिला पंचायत सदस्य पल्लवी राज बहादुर सिंह राठौड़ पामाखेड़ी,राजकुमारी नारायण सिंह तोमर रिछफल, जितेंद्र सिंह चौहान धारकवाडी ने बताया कि 5000 के अधिक मतों से जिला पंचायत चुनाव जीते हैं। कांग्रेस पर्यवेक्षक द्वारा हमारी बात को भोपाल-दिल्ली तक नहीं रखा गया। 22 हजार के अधिक मतों से चुनाव हारे हुए प्रत्याशी उत्तम राजनारायण सिंह को विधानसभा से टिकट दे दिया गया। कांग्रेस द्वारा यहां परिवार वाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। कई वर्षों से राजनारायण सिंह और उत्तमपाल सिंह को ही कांग्रेस मैदान में उतार रही है। वर्षों से कांग्रेस पार्टी के सक्रिय, निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई। यदि हमारी बात नहीं सुनी गई तो निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ेंगे। इस दौरान कांग्रेस नेता सबल सिंह नायक, लक्ष्मी चंद गुर्जर, नाहरू पटेल, चेतराम सिसाटिया सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे। तीनों जिपं सदस्यों ने कांग्रेस के कार्यक्रमों में पुरनी परिवार द्वारा अपमान करने का भी आरोप लगाया।
जिपं सदस्यों ने कहा हमें कार्यक्रमों में मंच पर बैठने तक नहीं दिया गया, हमारा नाम तक पुकारा गया। हमारे बारे में पिता-पुत्र द्वारा क्षेत्र में अभद्र शब्द कहे जा रहे हैं। पुरनी परिवार ने 2018 में टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस से भीतरघात किया था, यह जगजाहिर है, वीडियो भी वायरल हुए थे। ‘भाजपा प्रत्याशी के विरोध में उपाध्यक्ष का इस्तीफा’. इधर भाजपा में विस प्रत्याशी नारायण पटेल का विरोध जारी है। पूर्व नप अध्यक्ष संतोष राठौर, राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त नरेंद्रसिंह तोमर के पुत्र शिवेंद्र बगावत कर मैदान में उतरने की तैयारी में है। इस बीच भाजपा जिला उपाध्यक्ष व बंजारा समाज के वरिष्ठ नेतराम नायक ने भी विरोध दर्ज कराते हुए अपना इस्तीफा दे दिया। साथ ही उन्होंने निर्दलीय चुनाव लडऩे के लिए नामांकन फार्म भी खरीदा। चेतराम नायक का कहना है कि भाजपा ने प्रदेश में बंजारा समाज को कहीं भी प्रतिनिधित्व नहीं दिया। नायक समाज की मांग पर मैं निर्दलीय मैदान में उतरूंगा।
उल्लेखनीय है मांधाता विस में बंजारा समाज तीसरा सबसे बड़ा मतदाता के रूप में है। चेतराम नायक ने चेतावनी दी है कि यदि मांधाता से प्रत्याशी नहीं बदला गया तो बंजारा समाज अपनी ताकत दिखाएगा।