कांग्रेस प्रत्याशी विक्रांत भूरिया के काफिले पर हमला

स्वतंत्र समय, भोपाल/झाबुआ

मतदान के दिन और मतदान से ठीक पहले देर रात को प्रदेश के अनेक स्थानों पर झड़प और मारपीट की घटनाएं सामने आई हैं। गुरुवार देर रात करीब एक बजे कांग्रेस प्रत्याशी डॉ.विक्रांत भूरिया अंतरवेलिया क्षेत्र के ग्राम नेगडिय़ा में व्यवस्थाओं का जायजा लेकर निकल रहे थे, वापस लौटते समय अचानक उनकी स्कॉर्पियो पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इससे उनके वाहनों के कांच फूट गए।
साथ ही एक पत्थर डॉ. विक्रांत भूरिया के निजी सुरक्षाकर्मी जयसिंह सिकरवार के सिर पर लगा, जिससे वह घायल हो गए। जैसे तैसे डॉ. विक्रांत भूरिया नेगडिय़ा से निकलकर झाबुआ पहुंचे। जहां गंभीर रूप से घायल जयसिंह को जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया।
इसके बाद रात में ही डॉ.विक्रांत भूरिया, जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश रांका, जिला पंचायत सदस्य विजय भाबर सहित अन्य कांग्रेस नेता झाबुआ कोतवाली पहुंचे।
यहां डॉ.विक्रांत भूरिया की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध धारा 336, 294, 323, 427, 506, 34 में प्रकरण दर्ज कर लिया है। अब मामले की जांच की जा रही है। डॉ.विक्रांत भूरिया ने आरोप लगाया कि ये घटना पूरी तरह से भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया और भाजपा के लोगों का षड्यंत्र है। ये भाजपा की बौखलाहट दिखाता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पूरी तरह से मान लिया है कि ये चुनाव हार चुके हैं।

नहीं चलने देंगे गुंडगर्दी

डॉ.विक्रांत ने कहा कि इस घटना से समझ में आता है कि क्यों भानू सबके हाथ में गोफन थमाने और पत्थर फेंकने की बात कर रहे थे। उनका असली चाल चरित्र सबके सामने आ गया है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि यदि लडऩा है तो सामने आकर लड़ें, मतदान के माध्यम से लड़ें। उनकी ये गुंडागर्दी झाबुआ में नहीं चलेगी। इसमें जो लोग शामिल है, वे सब सामने आएंगे। हम डरने वाले नहीं हैं। भानू भूरिया और उनकी गुंडागर्दी का इलाज अच्छे से कर देंगे, इन्होंने जो खून बहाया है, इसका जवाब उन्हें देना पड़ेगा।

भानू ने हमले को कांग्रेस की साजिश बताया

वहीं, भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया ने डॉ. विक्रांत भूरिया के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कांतिलाल भूरिया ने खुद अपने कार्यकर्ताओं से अपनी गाड़ी में तोडफ़ोड़ कराई और वीडियो वायरल किया है। अब वे भाजपा कार्यकर्ताओं पर आरोप लगा रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ता काफी अनुशासित हैं। हमारा कार्यकर्ता अपने गांव और बूथ पर बैठा था। भानू ने आरोप लगाया कि कांतिलाल भूरिया ने राणापुर क्षेत्र के जुनगांव में हमारे एक दिव्यांग कार्यकर्ता को बुरी तरह से पीटा है। बाद में बदनामी के डर से खुद अपने कार्यकर्ताओं के जरिए अपनी गाड़ी में तोडफ़ोड़ कराई है।