स्वतंत्र समय, शहडोल
शहडोल जिले के विधान सभा क्षेत्र ब्योहारी अंतर्गतआने वाले ग्राम पंचायत देवरी के हालात आजादी के 75 वर्ष बाद भी जस के तस बने हुए हैं। मूलभूत सुविधाओं से यह गांव आज भी वंचित है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा जैसी सुविधाओं के लिए तरस रहे ग्रामवासी। मूलभूत सुविधाओं के लिए ग्रामवासियों ने ज्ञापन सौंपकर कहा कि रोड नहीं तो वोट नहीं, करेंगे चुनाव का बहिस्कार । ग्रामीणजनों ने बताया कि देवरी ग्राम के निवासी आज भी पगडंडी रास्तों से आवागमन करते हैं, ग्राम देवरी में सड़क न होने के कारण यदि किसी का स्वास्थ्य खराब हो जाए तो एम्बुलेंस बुलाने पर वाहन पीडि़त के घर तक नहीं पहुँच पाता वह मुख्य मार्ग (बुड़वा-पसगड़ी) लाइन में ही खड़ा रहता है और पीडि़त को वाहन तक लाने के लिए साइकल, मोटरसाइकल या कंधे का सहारा लिया जाता है।
कभी ऐसी परिस्थिति आ जाती है की पीड़ित को समय से अस्पताल न पहुंचाने पर परिजनों को निराशा हाथ आती है। गांव में कोई महिला जो प्रसव पीडि़त हो उसे समय से अस्पताल नही पहुंचा पाते कई बार तो असुविधा और विलम्ब के कारण रास्ते में ही प्रसव हो जाता है।बरसात के मौसम में ब’चे स्कूल नहीं जा पाते हैं।गांव में आग लगी हो तो अग्निशामक वाहन नहीं पहुंच पाता।गांव में कोई विवाद हो जाए तो 100 डायल नही पहुंच पाता। अजय सिंह पेण्ड्रो सामाजिक कार्यकर्ता ने शासन प्रशासन और ब्यौहारी विधायक शरद कोल से मांग की है कि ग्राम पंचायत देवरी की इस गंभीर समस्या से ग्रामवासियों को निजात दिलवाने का कार्य करें। अगर ब्यौहारी विधायक ग्राम देवरी की इस समस्या को अनदेखा करते हैं या जल्द ही सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होता है तो पसगड़ी में चक्काजाम करेंगे और साथ ही विधायक का पुतला भी दहन करेंगे।