स्वतंत्र समय, भोपाल
मध्य प्रदेश में सीएम और डिप्टी सीएम की शपथ के बाद अब मंत्रिमंडल गठन का इंतजार है। सियासी गलियों में कयासों का दौर जारी है कि किसे मंत्री पद मिलेगा और किसे नहीं। इस बीच खबर आ रही है कि मध्य प्रदेश में सभी वरिष्ठ विधायक और पूर्व सांसद भी मंत्री बनेंगे। दरअसल पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मंत्री बनने पर आपत्ति की थी, लेकिन आलाकमान के दवाब के बाद प्रहलाद और कैलाश के मान जाने की चर्चाएं सामने आ रही हैं। मध्य प्रदेश में विधानसभा सत्र के बाद मंत्रिमंडल विस्तार जल्द होगा। आज विधानसभा सत्र का आखिरी दिन है।
आज दिल्ली में नड्डा-शाह से फिर मिलेंगे सीएम यादव
वहीं गुरुवार को सीएम डॉ. मोहन यादव दिल्ली जाएंगे। सीएम यादव दिल्ली में रात्रि विश्राम करेंगे। वहीं जेपी नड्डा और अमित शाह से भी वे मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि जेपी नड्डा और अमित शाह से मुलाकात कर सीएम मोहन यादव मंत्रिमंडल के नामों पर अंतिम दौर की चर्चा करेंगे। इससे पहले संभावित मंत्रियों की लिस्ट भी हाल ही में सामने आई थी। हालांकि ये सूची आधिकारिक तौर पर जारी नहीं की है पर जातिगत समीकरण और क्षेत्रीय संतुलन को साधने मोहन अपने मंत्रिमंडल में तरजीह दे सकते हैं। इस सबके बीच मप्र भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी कई दिनों से मंत्रिमंडल को लेकर मंथन कर रहे हैं।
इससे राहुल का मेंटल स्टेट्स समझ सकते हैं: विजयवर्गीय
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि महापुरुषों का सम्मान करना हमारी परंपरा है। नेता प्रतिपक्ष से चर्चा करके महापुरुषों की तस्वीर लगाने को लेकर कमेटी में शामिल होने वाले सदस्य का नाम लिया जाएगा। विजयवर्गीय ने कहा कि नए विधानसभा अध्यक्ष के मार्गदर्शन में विधानसभा की कार्यवाही अधिकतम चले, इस पर भी फोकस किया जाएगा। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्हें पता चलेगा तो सबको पता लग जाएगा। बुधवार को विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए विजयवर्गीय ने विधानसभा गर्भगृह में तस्वीर लगाने को लेकर चल रहे विवाद पर कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने इसको लेकर कमेटी बनाने को कहा है।
अटल बिहारी की फोटो सदन में लगे
विधायक रामेश्वर शर्मा का यह कहना भी अपने स्थान पर ठीक है कि अटल बिहारी वाजपेयी एमपी से हैं और प्रधानमंत्री भी रहे हैं तो उनकी भी तस्वीर लगनी चाहिए। इन सब बातों का ध्यान रखना है। विधानसभा की मर्यादा भी रखना है और महापुरुषों का सम्मान भी करना है। ऐसा नहीं हुआ तो विधानसभा संग्रहालय बन जाएगा।
ज्यादा चले सदन, विरोध हो पर सदन स्थगित न हो
विजयवर्गीय ने एक सवाल के जवाब में कहा कि विधानसभा चलना चाहिए, इसके लिए उन्होंने सदन में भी नए अध्यक्ष से आग्रह किया है। विरोध इतना हो कि विधानसभा स्थगित नहीं हो। विरोध होना चाहिए पर इससे सदन चलने पर असर न हो। पक्ष और विपक्ष दोनों की बातों का सम्मान होना चाहिए। जितना सदन चलता है, उतना जनहित की, विकास की चर्चा होती है। राज्यपाल के अभिभाषण पर कल चर्चा होगा।