स्वतंत्र समय, छतरपुर
भाजपा के जो प्रत्याशी आज जनता के सेवक बनने का नाटक कर रहे हैं ये कोरोनाकाल की विपरीत परिस्थिति में कहां गायब हो गए थे। जब अस्पताल में ऑक्सीजन और दवाओं की कमी थी, प्रतिदिन लोग बदहाल व्यवस्था के बीच दम तोड़ रहे थे तब भाजपा के इन नेताओं ने कौन से कदम उठाए। यह बात छतरपुर विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी और विधायक आलोक चतुर्वेदी ने अपने जनसंपर्क के दौरान कही। उन्होंने कहा कि जनता ऐसे नेताओं को कभी नहीं भूलेगी जो विपरीत परिस्थितियों के दौरान अपने घर में घुसे रहे।
आलोक चतुर्वेदी ने याद दिलाया कि कोरोना के संकट में जब जनता सांसों के लिए तड़प रही थी तब सरकार और भाजपा के नेताओं ने हाथ खड़े कर दिए थे। खेलग्राम में ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीनों के साथ हमने प्रदेश का पहला ऑक्सीजन बैंक बनाया था जिससे जनता को मदद मिल सकी। उन्होंने भाजपा नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग किसानों की मुश्किल घड़ी में भी सामने नहीं आए। जब छतरपुर जिले में किसान खाद और बीज की लाइन में खड़े होकर पुलिस की लाठियां खाते रहे तब भाजपा के ये नेता घरों से बाहर क्यों नहीं निकले?
इन नेताओं ने पांच वर्षों तक मेडिकल कॉलेज, छतरपुर महाराजा कॉलेज, एनटीपीसी की लड़ाई क्यों नहीं लड़ी। विधायक ने कहा कि भाजपा के ये नेता सिर्फ चुनाव के समय ही जनता के सेवक बनने का नाटक करते हैं और फिर पांच साल जनता को नजर भी नहीं आते हैं। जनता ऐसे नेताओं और भाजपा सरकार में निर्मित हुईं बदहाल परिस्थितियों को कभी नहीं भूलेगी। विधायक ने कहा कि हाल ही में आया सर्वे बता रहा है कि मप्र में प्रचण्ड बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है।