स्वतंत्र समय, इंदौर
वनडे विश्व कप 2023 के फाइनल मैच में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन आशा के अनुरूप नहीं रहा। इसके बावजूद टीम इंडिया 240 रन बनाने में सफल रही। फाइनल के लिहाज से यह बहुत बड़ा स्कोर नहीं था, लेकिन लडऩे लायक जरूर था। भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में तीन बल्लेबाजों का योगदान था। पहले थे लोकेश राहुल, जिन्होंने 66 रन की पारी खेली। दूसरे थे विराट कोहली, जिन्होंने 54 रन बनाए और तीसरे थे कप्तान रोहित शर्मा, जिन्होंने 31 गेंद में 47 रन बना दिए। इसी वजह से टीम इंडिया 200 रन से ज्यादा का स्कोर बना पाई। रोहित शर्मा और विराट कोहली भारत के सबसे सीनियर खिलाड़ी हैं। इन दोनों दिग्गजों का यह आखिरी विश्व कप भी हो सकता है, क्योंकि रोहित 36 साल और विराट 35 साल के हो चुके हैं। इन दोनों खिलाडिय़ों को भी यह बात बखूबी पता थी और दोनों इसी अंदाज में खेले। रोहित शर्मा ने पूरे विश्व कप में टीम को आक्रामक शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी ली और विराट ने हर मैच में पारी को संभाला। दोनों ने इस विश्व कप में 500 से ज्यादा रन बनाए। विराट ने तो एक विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। अगला विश्व कप 2027 में दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया और जिम्बाब्वे की सहमेजबानी में होना है। इस टूर्नामेंट तक रोहित शर्मा की उम्र 40 साल हो चुकी थी। वहीं, विराट कोहली भी 39 साल के होंगे। रोहित शर्मा के मामले में यह लगभग तय है कि यह उनका आखिरी विश्व कप है। क्योंकि, उनकी फिटनेस पर भी काफी सवाल उठते हैं और 40 की उम्र में उनके लिए भारतीय टीम के लिए 50 ओवर का क्रिकेट खेलने के लिए फिटनेस बनाए रखना बेहद मुश्किल होगा। विराट की बात करें तो वह अभी भी टीम के सबसे फिट खिलाड़ी हैं। हालांकि, 39 साल की उम्र में कोहली की लिए फॉर्म और फिटनेस दोनों बनाए रखना बड़ी चुनौती होगी। वनडे क्रिकेट का मिजाज लगातार बदल रहा है और इसकी भी संभावना है कि वह अगले चार साल में टीम में फिट न हों।
इस समय क्रिकेट की मात्रा भी बहुत ज्यादा हो गई है। ऐसे में विराट के लिए तीनों फॉर्मेट खेलना मुश्किल होगा। वह अभी ही टी20 टीम से बाहर हैं और आने वाले समय में वनडे क्रिकेट से भी दूरी बना सकते हैं, क्योंकि टेस्ट उनका पसंदीदा फॉर्मेट है। विराट कोहली ने इस विश्व कप के 11 मुकाबलों की 11 पारियों में 765 रन बनाए। उनका औसत 95.62 और स्ट्राइक रेट 90.31 का रहा। उनके बल्ले से तीन शतक और छह अर्धशतक निकले। एक मुकाबले में वह खाता खोले बिना आउट हो गए, लेकिन बची हुई 10 पारियों में नौ बार 50 से ज्यादा का स्कोर बनाया। वहीं, तीन मुकाबलों में वह नाबाद लौटे। रोहित शर्मा ने 11 मुकाबलों में 54.27 के औसत और 125.94 के स्ट्राइक रेट से 597 रन बनाए। उनके बल्ले से एक शतक और तीन अर्धशतक निकले। रोहित भी एक मैच में खाता नहीं खोल पाए थे। हालांकि, उन्होंने तेजी से रन बनाने की जिम्मेदारी ली थी। इसी वजह से इस टूर्नामेंट में उन्होंने 66 और 31 छक्के जड़ दिए।