खसरा नकल में कपास फसल अनिवार्यता पर किसानों ने किया हंगामा

स्वतंत्र समय, खरगोन

व्यापारिक खरीदी में कपास के दाम गिरने के बाद अब किसान भारतीय कपास निगम (सीसीआई) द्वारा की जा रही खरीदी की ओर रुख कर रहे है। हालांकि सीसीआई के खरीदी के नियमो को लेकर सोमवार को किसानों को खासा परेशान होना पड़ा। खसरा नकल में कपास फसल बुआई की अनिवार्यता को लेकर किसानो ने भी हंगामा किया, जिससे करीब दो घंटे खरीदी बाधित हुई।
सांगवी से उपज बेचने आए भागीरथ खतवासे ने बताया कि मंडी में निलामी के दौरान व्यापारी 6400 से 6500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदी कर रहे है, जबकि समर्थन मूल्य पर सीसीआई 6920 रुपए प्रति क्विंटल से खरीदी कर रही है, नियमों पर खरा नही उतर पाने के चलते कई किसानों को मजबुरन कम दाम पर अपनी उपज बेचना पड़ रही है।
भायराम यादव श्रीखंडी, संजय नारायण दवाना, कमल पाटीदार कसरावद आदि ने बताया कि सीसीआई पंजीयन के बाद खरीदी करती है, जब पंजीयन केंद्र पहुंचे तो दस्तावेजो की जांच में गेहूं-चना फसल मिलने पर उन्हें खरीदी से बाहर कर दिया गया। इसके बाद दस्तावेज सुधार के लिए उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। जिससे कई किसानों को मजबुरन कम दाम में अच्छी क्वालिटी का कपास बेचना पड़ा। सोमवार को मंडी में 44 बैलगाडी, वाहन 960 वाहनों से करीब 16 हजार क्विंटल कपास की आवक हुई। न्यूनतम 4500 रुपए और मॉडल भाव 6650 रुपए रहे।