खाकी में दाग: राजनगर ओसीएम से हजारों टन कोयला चोरी

स्वतंत्र समय, अनूपपुर

साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड हसदेव क्षेत्र के राजनगर ओसीएम कोयला खदान में रोड सेल के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कोयला माफियाओं से मिली भगत कर रात के अंधेरे में कोयले की तस्करी की सूचनाओं मिल रही थी, जिसके बाद समाचार पत्रों में विभिन्न प्रकार की खबरें लगाई गई थी कालरी प्रशासन द्वारा खबरों में संज्ञान ना लेते हुए कार्यवाही नहीं की गई जिसका परिणाम यह हुआ कि मिली हुई जानकारी के अनुसार राजनगर ओसीएम के स्टॉक से 12000 टन कोयला शॉर्टेज बताया जा रहा है, जिसकी शिकायत नगर परिषद डूमरकछार के आदित्य त्रिपाठी नामक व्यक्ति ने की है। पूर्व में भी रोड सेल के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा मिली भगत कर कोयले में पत्थरों को मिलाकर शॉर्टेज की पूर्ति करने का प्रयास किया गया था। वही रोड सेल के अधिकारी कर्मचारियों की इशारे पर प्रतिदिन कोयले की तस्करी तरीके से की जा रही है जिसका यह सबसे बड़ा उदाहरण है मिली जानकारी के अनुसार कम से कम 25000 कोयले का स्टॉक शॉर्टेज बताया जा रहा है जो कि कोयला चोरी की ओर इशारा कर रहा है।

तो क्या शिकायत के बाद जागेगा प्रशासन?

डूमरकछार के आदित्य त्रिपाठी द्वारा महाप्रबंधक को पत्र लिखकर राजनगर ओसीएम में चल रहे घोटाले की जानकारी दी है। लिखे गए शिकायत पत्र में आदित्य त्रिपाठी ने उल्लेख किया है कि राजनगर ओसीएम के सा मैनेजर, सवेरिया मैनेजर और कांटा घर के कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए महाप्रबंधक से शॉर्टेज कोयले में शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है। सवाल यह उठता है की शिकायत के बाद भी क्या किसी तरह की कार्यवाही महाप्रबंधक द्वारा राजनगर ओसीएम कोयला खदान के जिम्मेदारों द्वारा किए गए घोटाले में की जाएगी। या फिर मैनेजर के इशारे में हो रहे कोयले के कल खेल को महाप्रबंधक द्वारा अभय दान प्रदान कर दिया जाएगा।

राजनगर ओसीएम के कोयले में माफिया की नजर, अधिकारी बने शागिर्द

राजनगर ओसियम के अधिकारी कर्मचारियों के शागिर्द हो जाने के कारण कोयला माफिया का लगातार जलवा बरकरार है। ओसीएम से दिन रात कोयले का अवैध परिवहन स्टॉक से कोयला शॉर्टेज होने का सबसे बड़ा सबूत है। राजनगर ओसियम के कोयले में कोयला माफिया की नजर गडी हुई है। वही सांठगांठ कर कोयले का वर नारा करने में आमदा है, वह उच्च अधिकारियों का कहना है कि किसी प्रकार की शिकायत हमें नहीं मिली है जबकि डूमर कछार के आदित्य त्रिपाठी ने शिकायत पत्र सौप कार्यवाही की मांग की थी।

कोयले में पत्थर मिलकर शॉर्टेज छुपाने का कार्य जारी

राजनगर ओसीएम खदान में बड़ी मात्रा में हो रही गड़बडी को छुपाने और दबाने के लिए बड़ी तादात में कोयले की मात्रा के साथ पत्थरों की मात्रा मिलाई जा रही है। हूबहू कोयले जैसे दिखने वाला यह सेल पत्थर शुद्ध कोयले की भरपाई कर रहा है। बीच में ट्रांसपोर्टरों ने इसका विरोध भी किया था, इसके बाद कुछ ट्रांसपोर्टों द्वारा परिवहन न करने और वापस ले जाने की भी बात सामने आई थी, लेकिन उसके बाद भी न तो प्रशासन जागा और न ही अधिकारी कर्मचारी का यह काला खेल रुका कोयले के इस काले खेल में कांटा घर के प्रभारी के साथ मैनेजर और सवेरिया की मिली भगत ने माफिया के हौसलों को बुलंद कर रखा है, देर रात वह दिन के समय बगैर टीवी के कोयला खदान से बाहर जा रहा है जिस पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो रही है वही 25000 टन से ज्यादा के कोयले का बंदरबांट की खबरें सूत्रों से मिल रही है जिस पर जांच कर प्रशासन को कार्यवाही की जानी चाहिए।

इनका कहना है

हमें किसी प्रकार की शिकायत नहीं उपलब्ध हुई है और न ही कोयले का शॉर्टेज खदान से हुआ। हर महीने कोयले की क्वांटिटी की जांच की जाती है।

-संजय मिश्रा, महाप्रबंधक हसदेव क्षेत्र