राजेश राठौर, इंदौर
ख्यात कहें या स्टैंडर्ड शराब खाना या फिर जुआ खाना कहें यानी कि इंदौर के यशवंत क्लब की मेंबरशिप लेने के लिए करोड़पति-अरबपतियों ने आवेदन किए थे। अब क्लब के पदाधिकारी ने लगभग ५० नाम बाहर कर दिए, बाकी के लिए उठापटक होगी। बरसों बाद क्लब की मेंबरशिप ओपन हुई है। जितने लोगों ने फॉर्म लिए थे, उनमें से लगभग ५० नाम बाहर कर दिए। अब जो 172 की सूची क्लब में चस्पा की गई है, उसमें से भी 100 नाम छांटे जाएंगे। इन 100 सदस्यों को एक साथ मेंबरशिप नहीं मिलेगी बल्कि अगले चार सालों में हर साल 25 सदस्यों को मेंबरशिप दी जाएगी। पहले साल किन 25 लोगों को दी जाएगी, यह भी तय नहीं है।
इनका हो रहा हस्तक्षेप
सरकार से लेकर मंत्री, विधायक, अफसर और उद्योगपतियों का मेंबरशिप दिलाने में तगड़ा हस्तक्षेप हो रहा है। क्लब के पदाधिकारियों की इन दिनों इतनी ज्यादा पूछपरख हो रही है जितनी पूछपरख पहले कभी नहीं हुई। सभी पदाधिकारियों के पास तमाम दिग्गज लोग मेंबरशिप के लिए हाथ जोड़ रहे हैं।
बड़े आदमी होने का दिखावा
इंदौर में यशवंत क्लब की मेंबरशिप यानी की इंदौर का बड़ा आदमी होना जैसा दिखावा है। इस दिखावे के चक्कर में ही लोग उतावले हो रह्रे हैं। क्लब के पदाधिकारियों के लिए क्लब के 100 सदस्यों का चयन करना आसान नहीं होगा क्योंकि जिसने भी मेंबरशिप के लिए आवदेन किया है, वह कमजोर नहीं है। सबके सब आवेदन कर्ता एक से एक बल्लम है। अब यह मामला विवादास्पद होने की भी संभावना है। जिस सदस्यों को पहली सूची में से बाहर किया है, वो भी इसमें आना चाह रहे हैं। दूसरी सूची में जो बाहर होंगे, वह भी चुप बैठने वालों में से नहीं है।
विधायक से लेकर उद्योगपति कतार में
विधायक विशाल पटेल, मयंक राज सिंह भदौरिया, रोहित पंडित, करण सिंह ठाकुर, पराक्रम सिंह चंद्रावत, भूपेंद्र मेहता, सुनील कपूर, अमित गर्ग, निकेत मंगल, संदीप बडज़ात्या, अमित लालवानी, यशवंत यादव, विवके दम्मानी, गौरव चावला, कबीर चुघ, राजकुमार अग्रवाल, संजय दासोद, प्रफुल्ल बाहेती, दीपेश गोधा आदि हैं।