ग्वालियर-चंबल अंचल के शहरों मे ठंड ने दिखाया असर, न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस

स्वतंत्र समय, ग्वालियर

ग्वालियर में लगातार तीसरे दिन तापमान में गिरावट दर्ज हुई है। शुक्रवार-शनिवार दरमियानी रात सीजन की अब तक की सबसे ठंडी रात रही है। रात को न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रहा है जो सामान्य से 1.2 डिग्री कम रहा है। लगातार गिरते तापमान के चलते ग्वालियर प्रदेश में सबसे ठंडा बना हुआ है।
ग्वालियर के अलावा आसपास के शहर मुरैना, भिंड, शिवपुरी, दतिया में भी सर्दी ने अब सताना शुरू कर दिया है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदान इलाकों में दिखने लगा है। अब दिन में भी ठंड अपना अहसास करा रही है। शहर के लोग गर्म कपड़े पहनकर ही बाहर निकल रहे हैं। मौसम विभाग की माने तो आज (25 नवंबर) से कश्मीर में सक्रिय हो रही पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादल छाएंगे और लगातर गिरते तापमान पर ब्रेक लगेगा। पर दो से तीन दिन बाद ठंड तेजी से बढ़ेगी।

मौसम विभाग ने दी हल्की बूंदाबांदी की चेतावनी

स्थानीय मौसम वैज्ञानिक हुकुम सिंह की माने तो अभी पश्चिमी विक्षोभ के साथ अरब सागर में चक्रवातीय घेरा बना हुआ है। साथ ही बंगाल की खाडी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इस कारण प्रदेश में कहीं-कहीं अच्छी बारिश होगी लेकिन ग्वालियर में इसका असर ज्यादा नहीं होने से यहां हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम विभाग ने बताया कि यह पश्चिमी विक्षोभ का असर 27 नवंबर की रात तक रहेगा। इस कारण होने वाली बारिश ठंडक को बढ़ाएगी।

अब कोहरा भी छाएगा

स्थानीय मौसम वैज्ञानिक सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते ठंड बढ़ेगी और इसके साथ ही आसमान में कोहरा भी अपनी आमद दर्ज कराएगा। हालांकि, अभी सुबह हल्की धुंध छा रही है। दिन में धूप निकलने के बाद भी ठंडी हवाएं धूप को बेअसर कर रही है।

कुछ इस तरह रहा तापमान

  • शुक्रवार शाम को अधिकतम तापमान (दिन का तापमान) 28.5 डिग्री सेल्सियस रहा था।
  • शनिवार सुबह न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रहा है।
  • सुबह 5.30 बजे पारा 11 डिग्री सेल्सियस रहा है
  • सुबह 8.30 बजे पारा 12.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

पिछले तीन दिन ऐसे चला न्यूनतम तापमान

  • 25 नवंबर 9.4 (डिग्री सेल्सियस में)
  • 24 नवंबर 10.5
  • 23 नवंबर 10.8

तेजी से बढ़ रहीं मौसमी बीमारी

मौसम में परिवर्तन के चलते मौसम बीमारी तेजी से बढ़ रही हैं। डेंगू, मलेरिया व वायरल फीवर के मरीजों की अस्पतालों में लाइन लगी है। ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। डॉक्टर भी इस सर्दी में गर्म कपड़े पहनकर रहने की सलाह दे रहे हैं। डॉक्टर का कहना है कि इस सर्दी में जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है।